बिहार कि राजनीति में आज एक और राजनैतिक दल का उदय हो गया है।राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज अपनी राजनैतिक दल जन सुराज को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया। वही प्रशांत किशोर ने कहा की 2025 तक नहीं रुकना है। 2024 में ही बिहार की दूसरी पार्टियों का हिसाब कर दिया जाएगा। नवंबर 2024 में बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज सीट पर जन सुराज पार्टी अपने कैंडिडेट उतारेगी।
पटना के वेटरनरी ग्राउंड में प्रशांत किशोर अपनी राजनैतिक पार्टी जन सुराज की घोषणा की । वही उन्होने अपनी पार्टी के पहले कार्यवाहक अध्यक्ष 4 देशों में राजदूत रहे और पूर्व IFS अफसर मनोज भारती को बनाया। वही प्रशांत किशोर ने उनके नाम की घोषणा करते हुए कहा कि 'भारती को इसलिए अध्यक्ष नहीं चुना गया कि वे दलित समुदाय से हैं, बल्कि इसलिए चुना गया है, कि वे काबिल हैं और दलित समुदाय से भी आते हैं। प्रशांत किशोर ने जैसे ही उनका नाम अनाउंस किया उन्होंने हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन किया। पूर्व IFS अफसर मनोज भारती का कार्यकाल मार्च तक रहेगा। इसके बाद अध्यक्ष चुनने को लेकर फिर चुनाव होगा। मनोज भारती मधुबनी के हैं।
प्रशांत किशोर ने घोषणा करते हुए कहा की 2025 तक नहीं रुकना है। 2024 में ही बिहार की दूसरी पार्टियों का हिसाब कर दिया जाएगा। नवंबर 2024 में बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज सीट पर जन सुराज पार्टी अपने कैंडिडेट उतारेगी। वही उन्होने कहा की पार्टी में जन प्रतिनिधियों के लिए वापसी का अधिकार (राइट टू रिकॉल) लागू होगा। अपेक्षा पर खरे नहीं उतरने वाले लोग वापस होंगे। पार्टी टिकट देने के पहले सभी से शपथ पत्र लेगी। अगर कैंडिडेट जीत जाता है तो उसकी विधानसभा में जन सुराज के एक तिहाई संस्थापक सदस्य अगर उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाते हैं तो वोटिंग होगी। मतदान में हारने के बाद शपथ पत्र के मुताबिक उसे इस्तीफा देना होगा।
प्रशांत किशोर ने लालू और नीतिश पर निशाना साधते हुए कहा की कि 'बिहार के लोगों ने पिछड़ों के सम्मान के लिए लालू यादव को वोट दिया। लालू राज में पिछड़ों को सम्मान तो मिला सड़क और बिजली नहीं मिली। फिर नीतीश कुमार को सड़क और बिजली के लिए वोट दिया। नीतीश ने घर-घर बिजली पहुंचा दी भले ही बिल दोगुना हो गया। फिर मोदी को गैस सिलेंडर के लिए वोट दिया। सिलेंडर का दाम 1000 से ऊपर हो गया, लेकिन सिलेंडर हर घर तक पहुंच गया। आपने अनाज के लिए वोट दिया तो अनाज मिल रहा है, बिजली के लिए वोट दिया तो बिजली भी मिल रही है, आवाज के लिए वोट दिया तो पिछड़ों को आवाज भी मिली है। मगर किसी ने अपने बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के लिए वोट नहीं दिया। इसलिए बिहार के बच्चे अनपढ़ और मजदूर रह गए। एक बार पढ़ाई और रोजगार के लिए वोट देना होगा, बच्चों के विकास के लिए वोट देना होगा।
वही प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता से वादा करते हुए कहा की हमारी सरकार बनेगी तो एक घंटे के अंदर शराबबंदी को उठाकर फेंक देंगे। शराबबंदी और पढ़ाई का लेना देना है। अगर बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था बनानी है तो 5 लाख करोड़ रुपए चाहिए। शराबबंदी हटाएंगे तो उससे आने वाले टैक्स का पैसा बजट में नहीं जाएगा। नेताजी की सुरक्षा, सड़क, बिजली और पानी में नहीं खर्च होगा। उस पैसे को सिर्फ नई शिक्षा व्यवस्था बनाने में खर्च किया जाएगा। वही उन्होने कहा की आप सभी को 'जय बिहार' इतनी जोर से बोलना है कि कोई आपको और आपके बच्चों को बिहारी न कहे और यह एक गाली जैसा ना लगे।