राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ब्यूरोक्रेसी को लेकर भजनलाल सरकार पर गभीर आरोप लगाए है। उन्होने सोशल मीडिया पर अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की हमारी सरकार के दौरान भाजपा ने प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी पर तमाम आरोप लगाए थे। हमारी सरकार द्वारा विभिन्न पदों पर IAS, IPS, IFS, RAS, RPS की नियुक्तियों पर भाजपा के साथी अनर्गल टिप्पणियां करते थे। हमारी सरकार द्वारा की गईं नियुक्तियां पूरी तरह उचित थीं एवं भाजपा के आरोप पूरी तरह गलत साबित हुए हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए भजनलाल सरकार पर हमला करते हुए उन्होने लिखा की हमारी सरकार के दौरान भाजपा ने प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी पर तमाम आरोप लगाए थे। हमारी सरकार द्वारा विभिन्न पदों पर IAS, IPS, IFS, RAS, RPS की नियुक्तियों पर भाजपा के साथी अनर्गल टिप्पणियां करते थे। आज सरकार के करीब 8 महीने हो जाने के बाद भी सरकार चलाने वाले प्रमुख पदों पर हमारी सरकार के समय लगाए गए अधिकारी ही काबिज हैं। यह दिखाता है कि हमारी सरकार द्वारा की गईं नियुक्तियां पूरी तरह उचित थीं एवं भाजपा के आरोप पूरी तरह गलत साबित हुए हैं। तबादला सूची के इंतजार में अब अधिकारियों के बीच भी असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है जिसके कारण जनता के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि निकट भविष्य में कोई तबादला सूची नहीं आएगी जिससे अधिकारी अनिश्चिचतता की स्थिति को छोड़कर काम कर सकें।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की हमारी सरकार द्वारा की गईं नियुक्तियां पूरी तरह उचित थीं एवं भाजपा के आरोप पूरी तरह गलत साबित हुए हैं। तबादला सूची के इंतजार में अब अधिकारियों के बीच भी असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है जिसके कारण जनता के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि निकट भविष्य में कोई तबादला सूची नहीं आएगी जिससे अधिकारी अनिश्चिचतता की स्थिति को छोड़कर काम कर सकें। वही इसी का जवाब देते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेद्र राठौड ने भी सोशल मीडिया पर अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की श्री अशोक गहलोत साहब, आप प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी के तबादलें नहीं होने को लेकर चिंतित है यह जानकर आश्चर्य हुआ है। गत कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भाजपा ने भ्रष्टाचार में संलिप्त जिन अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाये थे वो तर्कों व तथ्यों पर आधारित थे जिनकी भाजपा सरकार में गहन जांच हो रही है और बहुत जल्दी उनके खिलाफ उचित कार्यवाही भी होगी। आपने ब्यूरोक्रेसी का कांग्रेसीकरण करने का खूब कुत्सित प्रयास किया था लेकिन अब समय बदल गया है। लोकसेवकों की निष्ठाएं सरकार के प्रति होती है ना कि किसी व्यक्ति विशेष और राजनीतिक पार्टी के प्रति। सरकारें बदलती है, लेकिन लोकसेवक वहीं रहते हैं। उनकी जिम्मेदारी सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन की होती है। हम लोकसेवकों का आंकलन उनके काम के आधार पर करते हैं, न कि राजनीतिक दृष्टि से। आपकी हताशापूर्ण टिप्पणी से ऐसा प्रतीत होता है कि गत सरकार में आपके द्वारा उच्च पदों पर लगाये गये अधिकारियों का व्यवहार अब आपके अनुकूल नहीं रहा है इसीलिए आप बदलते परिवेश में ऐसे अधिकारियों का तबादला करवाना चाहते हैं। आप भले ही विपक्ष में हो लेकिन हम आपका पूरा सम्मान करते हैं। सार्वजनिक रूप से नहीं तो व्यक्तिगत रूप से ऐसे अधिकारियों का नाम बता सकते हैं, विश्वस्त हूं आपकी जायज मांगों को जरूर पूरा किया जायेगा।