राजस्थान विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस पार्टी हार गई हो,,,लेकिन जब राजस्थान के प्रभारी रंधावा से पूछा गया कि वो हार की जिम्मेदारी क्यों नहीं ले रहे हैं और इस्तीफ़ा क्यों नहीं दे रहे हैं,,,तो रंधावा ने अपने जवाब में कहा राजस्थान में पार्टी की बहुत बेटर परफॉरमेंस रही है,,,,तो इस्तीफा देने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है,,,आगे रंधावा ने कहा लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं,,,,पार्टी लोकसभा चुनाव पर फोकस करेगी क्यों इसका वोट प्रतिशत अच्छा है,,,,
बता दें शनिवार को दिल्ली के ए.आई.सी.सी मुख्यालय में एक बैठक आयोजित हुई,,,,बैठक राजस्थान विधानसभा चुनाव में मिली हार पर मंथन करने के लिए आयोजित हुई,,,,लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आई कांग्रेस की हार के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया,,,,हार की जिम्मेदारी किसी को भी नहीं दी गई,,,,पार्टी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है,,,,और अब पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है,,,,,
तो वहीं दूसरी और राहुल गांधी का कहना है कि राजस्थान में कोई ध्रुवीकरण नहीं था,,,,अशोक गहलोत शुरू से ही ध्रुवीकरण को मुद्दा बना रहे हैं,,,क्यों की गहलोत खुद की गलती स्वीकार नहीं कर रहे हैं कि उनके गलत फैसलों की वजह से पार्टी की हार हुई है,,,, बता दें इस बार हुए विधानसभा चुनाव में गहलोत के 16 मंत्री और 6 सलाहकार चुनाव हार चुके हैं,,,,लेकिन इसके अलावा गौर करने वाली बात यह है कि तीन बार रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ जोधपुर में कांग्रेस सिर्फ दो ही सीटें जीत पाई,,,,एक खुद अशोक गहलोत ने जीती और दसूरी सीट पायलट के समर्थक ने जीती,,,,
सूत्रों के मुताबिक शनिवार को हुई बैठक में विधानसभा चुनाव में मिली हार पर मंथन नहीं किया गया,,,,बैठक पूरी तरह से दिखावा और लीपापोती वाली रही,,,,पार्टी की कहा गलतियां रही,,,,पार्टी से कौन कौन सी गलतियां हुई,,,,इन सब जरुरी बातों पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई,,,,ऐसा सूत्रों का कहना है,,,,ये एक तरह से इस आलोचना से बचाने की कोशिश है कि कांग्रेस पार्टी आत्म मंथन नहीं करती है,,,,ना ही पार्टी हार के कारण ढूँढती है ,,,और ना ही उनमें सुधार करने की कोशिश करती है,,,,ऐसे में देखने लायक होगा क्या राजस्थान विधानसभा चुनाव में मिली हार का प्रभाव लोकसभा चुनाव में देखने को मिलता है या नहीं,,,,