उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस लेख की निंदा की है जिसमें उन्होने पूर्व राजपरिवारों के विरुद्ध अनर्गल टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अंग्रेज़ी औऱ हिन्दी अखबारों में अपने लेख के माध्यम से पूर्व राजपरिवारों पर सारहीन आरोप लगाया है कि महाराजाओं को रिश्वत दे कर अंग्रेजों ने भारत पर शासन किया। राहुल गांधी द्वारा लिखे गये लेख में पूर्व राजपरिवारों की छवि धूमिल करने के प्रयास की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूँ।
दीया कुमारी ने कहा कि एकीकृत भारत का सपना पूरा करने के लिए सभी राजपरिवारों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। राहुल गांधी को इतिहास की जानकारी नही है। उनके द्वारा इतिहास के तथ्यों को जाने बिना इस तरह के लेख लिखना नितान्त अनावश्यक और निंदनीय है। वे अपनी राजनीतिक छवि को चमकाने के लिए दूसरों के परिवारों पर कीचड़ उछालना बंद करे और अपने संवैधानिक पद की मर्यादा को बनाये रखे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पूर्व राजपरिवारों पर इस तरह के अनर्गल आरोप लगाने से पहले, इतिहास के तथ्यो को जानकारी कर लेनी चाहिए। इस तरह के आरोप लगा कर राहुल गांधी समाज के विभिन्न वर्गो में दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे है, जो निंदनीय है।
राहुल गांधी ने लेख में लिखा है कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की आवाज अपनी व्यापारिक शक्ति से नहीं बल्कि अपने शिंकजे से कुचली थी. 'ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत के राजा- महाराजाओं को डराकर-धमकाकर और उन्हें घूस देकर भारत पर राज किया. उन्होंने यह भी लिखा कि, ईस्ट इंडिया कंपनी खत्म हो गई लेकिन उसने जो डर पैदा किया था, वह फिर से दिखाई देने लगा है. एकाधिकारवादियों की एक नई पीढ़ी ने उसकी जगह ले ली है.' कंपनी ने हमारे अधिक लचीले महाराजाओं और नवाबों के साथ साझेदारी करके, रिश्वत देकर और धमकाकर भारत का गला घोंटा. इसने हमारे बैंकिंग, नौकरशाही और सूचना नेटवर्क को नियंत्रित किया. हमने अपनी आजादी किसी अन्य राष्ट्र से नहीं खोई; हमने इसे एक एकाधिकारवादी निगम से खो दीया जिसने एक जबरदस्ती तंत्र चलाया.'