जयपुर- भाजपा प्रदेश कार्यालय में गुरूवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक आयोजित हुई, जिसमें आगामी लोकसभा चुनावों का रोडमैप तैयार किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। बैठक में ईआरसीपी और यमुना जल समझौते जैसे ऐतिहासिक निर्णयों के क्रियान्वयन पर भी विस्तृत चर्चा हुई। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों पर मंथन के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर कमल खिलाने की रणनीती को लेकर चर्चा की गईं। कोर कमेटी की बैठक के पश्चात भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बैठक में लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए आगामी कार्यक्रमों की कार्ययोजना बनाकर उनके क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। गांव चलो अभियान, शक्ति वंदन अभियान और लाभार्थी संपर्क अभियान में सभी की सहभागिता कैसे हो इन सभी विषयों को लेकर चर्चा की गई। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की क्लस्टर बैठकें शुरू हो चुकी हैं। गृहमंत्री अमित शाह बीकानेर दौरे पर आए थे, इस दौरान तीन लोकसभा सीटों की कोर कमेटी और बूथ प्रबंधन की बैठक आयोजित हुई। वहीं उदयपुर में बूथ प्रबंधन की खुली बैठक आयोजित की गई। इसके अलावा जयपुर में तीन लोकसभा क्षेत्रों का प्रबुद्धजन सम्मेलन आयोजित किया गया। गृहमंत्री अमित शाह के राजस्थान प्रवास से कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन मिला और उनमें नई ऊर्जा का संचार हुआ है। आगामी समय में भाजपा के अन्य राष्ट्रीय नेता हमारे बीच आएंगे और विभिन्न बैठकें आयोजित होंगी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दस सालों में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। इन कार्यों से प्रभावित होकर बिना किसी शर्त के लोग आज अन्य दलों से आकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। हमारी ओर से किसी को कोई आश्वासन नहीं दिया गया है। भाजपा की रीती नीति और कार्यशैली से प्रभावित होकर निरंतर लोग भाजपा में आ रहे हैं और भाजपा परिवार बढ़ रहा है। जोशी ने कहा कि भाजपा में सामान्य कार्यकर्ता भी अपनी आशा के अनुरूप किसी भी पद के लिए आवेदन कर सकता है। लोगों को इस बात का पता है कि पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय पांच साल तक केवल खोखले वादे किये गये। वहीं भाजपा की भजनलाल सरकार ने महज दो माह में ईआरसीपी और यमुना जल समझौते जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। इसमें यमुना जल समझौते से सीकर, झुंझुनू और चुरू के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा