देश भर में लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए है और संभवतः 9 जून को NDA गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है, लेकिन ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि इंडिया गठबंधन (India Alliance) की और से नेता प्रतिपक्ष बनाने पर लगातार विचार-विमर्श और बैठक हो रही है ऐसे में आज कांग्रेस कार्य समिति की बैठक देश की राजधानी दिल्ली में होने जा रही है. इस महत्वपूर्ण बैठक में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता और विभिन्न राज्यों के CWC अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे, जो लोकसभा चुनाव परिणामों पर विचार-विमर्श करेंगे और अपनी भविष्य की रणनीति तैयार करेंगे.
CWC की बैठक बुलाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) सभी विस्तारित CWC सदस्यों और पार्टी सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन भी करेंगे. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक पोस्ट में कहा कि लोकसभा और राज्यसभा के सभी नवनिर्वाचित सांसदों वाली कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शाम 5:30 बजे संसद के सेंट्रल हॉल में होगी. कांग्रेस लोकसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 2019 के चुनावों में उसकी संख्या 52 से बढ़कर 99 हो गई है. 2014 में सत्ता से बाहर होने के बाद यह पहली बार होगा कि कांग्रेस को लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद मिलेगा. पिछले 10 वर्षों में यह स्थान पाने में पार्टी विफल रही क्योंकि 2014 और 2019 दोनों में इसकी संख्या सदन की कुल सीटों के आवश्यक 10 प्रतिशत से कम थी.
दिल्ली में होने वाली CWC की बैठक और संसदीय दल की बैठक में राहुल गांधी को विपक्ष नेता बनाने का मुद्दा उठने की संभावना है, दरअसल पार्टी के भीतर एक वर्ग का मानना है कि पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी और विपक्ष के नेता का पद संभालना चाहिए. बता दे कि राहुल गांधी ने चुनाव में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटें जीतीं और अब उन्हें 14 दिनों के भीतर तय करना होगा कि किस सीट पर सांसद रहेंगे और कोनसी सीट खाली होगी, राहुल गांधी को शपथ ग्रहण समारोह से पहले यह निर्णय लेना होगा. चुनाव के बाद कांग्रेस संसद में एक मजबूत ताकत बनकर उभरी है और पार्टी लोकसभा और राज्यसभा दोनों में महंगाई और बेरोजगारी समेत आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरने की उम्मीद कर रही है.