द नगरी न्यूज़ डेस्क : हाथरस हादसे के बाद जहां पुलिस सक्रिय होकर मामले की जांच में जुटी हैं वहीं सियासत भी तेज हो गई है। उधर पुलिस की एफआईआर में बाबा साकार हरि का नाम न होने से योगी सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। राजनीति गलियारों में 123 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है इस तरह कि बातें हो रही हैं। इस बीच नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने हाथरस पहुंचकर पीडि़तों के आंख के आंसू पोंछे। इस पर भाजपा ने पलटवार किया है। मंत्री बेबी रानी मौर्या ने कहा है कि राहुल गांधी खिझे हुए इसलिए ऐसे वैसे बयान दे रहे हैं। वहीं एसआईटी ने जांच रिपोर्ट सीएम योगी को सौंप दी है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शीर्ष अदालत में जनहित याचिका दायर कर मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में घटना की जांच करवाई जाए। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (5 जुलाई) को इस याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग को लेकर मेंशन किया गया। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को अवगत करवाया जाए।
अदालत के निर्देश के बाद याचिकाकर्ता ने मुख्य न्यायाधीश को भी जल्द सुनवाई की मांग को लेकर मेल भेज दिया है। इस मेल में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में पांच सदस्यों वाली कमिटी का गठन किया जाए, जो हाथरस हादसे की जांच करे। भविष्य में इस तरह की सार्वजनिक सभाओं और बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने वाले कार्यक्रमों में ऐसी दुर्घटना से बचने के लिए गाइडलाइंस बनाने के लिए मुख्य न्यायाधीश से निर्देश देने की मांग की गई है। मुख्य न्यायाधीश को भेजे गए मेल में आगे कहा गया है कि प्रदेश सरकार को हाथरस हादसे पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया जाए। उन सभी व्यक्तियों और अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने लापरवाही बरती है। याचिका में यह भी कहा गया है कि भविष्य में भी इस तरीके के आयोजनों में इस तरह की घटना ना घटे इसको लेकर भी नियम बनाया जाए।
दुर्घटना के शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, यह दुखद हादसा है। बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। प्रशासन की कमी तो है और भी गलतियां हुई हैं। पीडि़त परिवारों को सही मुआवजा मिलना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए। परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है। अलीगढ़ के थाना अकराबाद क्षेत्र के गांव पिलखाना में शुक्रवार प्रात कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पहुंचकर हाथरस सत्संग हादसे के मृतक मंजू उसके छह वर्ष के बेटे पंकज अन्य परिवार की शांति देवी व प्रेमवती के पीडि़त परिजनों को सांत्वना दी। घटना को दुखद बताते हुए पीडि़त परिजनों से घटना के बारे में जानकारी करने के साथ मृतक मंजू की सास को राहुल गांधी ने आश्वस्त किया कि वह अपने स्तर से हर संभव उनकी मदद करेंगे और कहा कि अब वह इस स्तर पर है कि पीडि़त परिवारों की लड़ाई लडऩे के साथ उनकी सरकार द्वारा हर संभव मदद करायेंगे।
हाथरस कांड की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की पहली बैठक बृहस्पतिवार को हुई, जिसमें जल्द हाथरस जाकर जांच शुरू करने का निर्णय लिया गया। डालीबाग स्थित नैमिषारण्य राज्य अतिथि गृह में हुई बैठक में आयोग के अध्यक्ष एवं इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव के अलावा सदस्य के रूप में नामित सेवानिवृत्त आईपीएस भवेश कुमार सिंह, आईजी कानून-व्यवस्था एलआर कुमार और प्रमुख सचिव संसदीय कार्य जेपी सिंह ने हिस्सा लिया। बैठक संपन्न होने के बाद आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि इस हादसे की जांच किस तरह शुरू करनी है, इस पर विस्तार से चर्चा की गयी। पहली बैठक में जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद दो दिन के भीतर हाथरस जाकर जांच शुरू करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी आयोग को घटना से संबंधित दस्तावेज नहीं मिले हैं। आयोग दस्तावेज मिलने के बाद हाथरस जाकर स्थानीय अधिकारियों, मृतकों के परिजनों आदि का बयान दर्ज करेगा। आवश्यकता पडऩे पर मीडिया की मदद भी ली जाएगी। सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार द्वारा आयोग को जल्द लखनऊ और हाथरस में कैंप कार्यालय, वाहन और अन्य संसाधन भी मुहैया कराया जाएगा।