द नगरी न्यूज़ डेस्क : कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नें सोशल मीडिया के अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कारगिल विजय दिवस के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि जैसे मौक़े पर भी ओछी राजनीति कर रहें हैं।ऐसा पहले किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया। पीएम मोदी करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए लद्दाख के द्रास पहुचें थे जहा उन्होने संबोधित करते हुए कहा की अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना है, अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाए रखना है। दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है। कुछ लोग सेना के इस सुधार पर भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में झूठी राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नें सोशल मीडिया के अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की मोदी कह रहे हैं कि सेना के कहने पर उनकी सरकार ने अग्निपथ योजना लागू की थी, ये सरासर झूठ है, और पराक्रमी सेना का अक्षम्य अपमान है। मोदी जी, साफ़-साफ़ झूठ और भ्रम फ़ैला रहें हैं। पूर्व सेनाध्यक्ष (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने रेकॉर्ड पर कहा है कि 'अग्निपथ योजना' में 4 वर्षों की सेवा के बाद 75% लोगों को रखना था और 25% लोगों को सेवानिवृत्त करना था। पर मोदी सरकार ने इससे उल्टा किया, और ये योजना तीनों सैन्य बलों में जबरदस्ती लागू कर दी।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नें सोशल मीडिया के अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की पूर्व सेनाध्यक्ष (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे जी ने उस क़िताब में, जिसे मोदी सरकार ने प्रकाशित होने से रोक रखा है, ये भी कहा है कि 'अग्निपथ योजना' सेना के लिए चौंका देने वाली थी, और नौसेना व वायुसेना के लिए ये वज्रपात की तरह थी। आख़िर 6 महीनों के ट्रेनिंग के बाद मोदी जी किस स्तर सैनिकों का निर्माण कर रहे हैं। ना उन्हें किसी ऑपरेशन का अनुभव होगा ना ही उनमें परिपक्वता होगी। सैनिक देशभक्ति के जज़्बे से सेना में शामिल होते हैं, जीविकोपार्जन के लिए नहीं। कई सेवानिवृत्त अधिकारियों ने इस योजना की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण युवाओं की देशभक्ति भावनाओं से खिलवाड़ की तरह इसलिए इस योजना को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाना चाहिए। ये सब रेकॉर्ड पर है।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नें सोशल मीडिया के अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की अग्निवीर को कोई पेंशन नहीं मिलती, कोई Gratuity नहीं मिलती, कोई परिवार पेंशन मिलती, कोई उदारीकृत परिवार पेंशन नहीं मिलती और बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई शिक्षा भत्ता नहीं मिलता। अब तक 15 अग्निवीर शहीद हो चुके हैं। प्रधानमंत्री जी को कम से कम उनकी शहादत का तो मान रखना चाहिए। देश के युवाओं में अग्निवीर को लेकर बहुत ज़्यादा गुस्सा है, कड़ा विरोध है। कांग्रेस पार्टी की माँग क़ायम रहेगी - अग्निपथ योजना बंद होनी चाहिए।
पीएम मोदी करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए लद्दाख के द्रास पहुचें थे जहा उन्होने संबोधित करते हुए कहा की अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना है, अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाए रखना है। दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है। कुछ लोग सेना के इस सुधार पर भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में झूठी राजनीति कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने सेनाओं में हजारों-करोड़ों के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया है। ये वही लोग हैं जो चाहते थे कि एयरफोर्स को कभी आधुनिक फाइटर जेट न मिल पाए। ये वही लोग हैं जिन्होंने तेजस फाइटर प्लेन को भी डिब्बे में बंद करने की तैयारी कर ली थी। अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश का सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा मैं हैरान हूं कि कुछ लोगों की समझ को क्या हुआ है, उनकी सोच को क्या हो चुका है। ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई है। मुझे ऐसे लोगों की सोच से शर्म आती है लेकिन मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज मोदी सरकार के शासनकाल में जो भर्ती होगा क्या उसे आज ही पेंशन देनी होगी? उसे पेंशन देने की नौबत 30 साल में आएगी और तब तो मोदी 105 साल का हो चुका होगा क्या तर्क दे रहे हैं? मेरे लिए 'दल' नहीं 'देश' सर्वोपरि है हम राजनीति के लिए नहीं राष्ट्रनीति के लिए काम करते हैं।