अडानी महाघोटाले की जॉंच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से करवाने की मॉंग को लेकर जयपुर में ईडी कार्यालय के बाहर काग्रेंस ने धरना-प्रदर्शन किया । इस मौके पर राजस्थान काग्रेंस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यकर्ताऔ को संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर साधा निशाना। उन्होने कहा की पहले बार सेबी में प्राइवेट व्यक्ति की नियुक्ति की गई है अडानी की कम्पनियों के शेयर बढ़ाकर देश की पूरी संपत्ति देने का खेल खेला जा रहा है पूरे से पूरे व्यापार पर अडानी का कब्जा करवा दिया है जिस दिन राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि 20 हजार करोड़ रुपए किस के है उसके बाद से ही राहुल गांधी पर बीजेपी हमलावर हो गई थी लेकिन राहुल गांधी की हर बार अब सच होती जा रही है धीरे धीरे भ्रष्टाचार की सभी परते खुलती जा रही है।
राजस्थान काग्रेंस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यकर्ताऔ को संबोधित करते हुए कहा की जब से राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने तब से बीजेपी और मोदी की नींद हराम हो गई है वही उन्होने कहा की इस बार उनका सामना राहुल गांधी से है जिनको राजस्थान के 11 शेर का संसद में साथ मिल रहा है संसद में राहुल गांधी ने बीजेपी की नाक में दम कर दिया कभी राहुल गांधी का माइक बंद कर देना, कुर्सी छोड़कर भाग रहे हैं क्या पहली बार JPC गठित, पहले भी हुई है फिर इनको समस्या क्या है
राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की राजस्थान में कौन सरकार चल रहा है किसी को कोई पता नहीं है राजस्थान में इससे शर्म की बात नहीं है कि मंत्री ही प्रताड़ित हो रहे हैं 9 महीनों में काम नहीं हो रहा है, बस घोटालों की जांच की बात करके बच रहे हैं वही उन्होने कहा की राजस्थान में अब खेला शुरू हो गया है मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सुधर जाओ नहीं तो आप की कुर्सी पलटने के लिए आपके लोग ही तैयार हो चाहे आप पर्ची से मुख्यमंत्री बने हो लेकिन मुख्यमंत्री तो हो थोड़ा काम कर लो , जनता को बहुत उम्मीद है आपसे उन्होने कहा की लोग जब मंत्री के पास जाते हैं तो मंत्री बोल रहे हैं हमारी कोई सुनता नहीं है मुख्यमंत्री बोलते हैं मेरी तो किराड़ी लाल ही नहीं मानता है काम क्या करूं कांग्रेस जनता के बीच जाएगी और बीजेपी के बुरे कर्म बताएगी और अगला विधानसभा सत्र में टीकाराम जूली के नेतृत्व में इनका चीरहरण हमारे विधायक करेंगे।
24 जनवरी, 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 106 पन्ने की एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें अडानी समूह पर अरबों डॉलर के अघोषित संबंधित पार्टी लेनदेन, निवेश और स्टॉक हेरफेर में लिप्त होने का आरोप लगाया गया। हिंडनबर्ग का आरोप है कि अडाणी ग्रुप के विदेशी फंड में सेबी चीफ और उनके पति की हिस्सेदारी है। रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप और सेबी के बीच मिलीभगत का भी आरोप लगाया है। हालांकि, सेबी चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने आरोपों को खारिज किया है। बुच दंपति का कहना है कि कुछ भी नहीं छिपाया गया है।