जयपुर (संदीप अग्रवाल): राजस्थान (RAJASTHAN) में कहने को तो बीजेपी (BJP) पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। लेकिन अभी तक केंद्रीय नेतृत्व (central leadership)
ने सीएम फेस (CM FACE) की घोषणा नहीं की है। ऐसे में कांग्रेस लगातार सीएम फेस को लेकर बीजेपी पर हमलावर हो रही है। दोनो पार्टियों के नेताओं द्वारा एक दूसरे पर बयानों का दौर अनवरत जारी है। पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM ASHOK GEHLOT) ने अपने एक बयान में कहा था कि बीजेपी 7 दिनों से अभी तक सीएम को लेकर ही असमंजस की स्थिति में है। ऐसे में बीजेपी द्वारा सरकार बनाने के बाद जनता को कैसे संतुष्ट करेगी।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान को लेकर पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी (VASUDEV DEVNANI) ने कहा कि गहलोत पहले अपनी गिरेबान में झांके। इसी बीच वसुंधरा राजे (VASUNDHARA RAJE) द्वारा दिल्ली जाना खासा सुर्खियों में रहा। सबसे खास बात अब ये है कि जैसे ही वसुंधरा दिल्ली से वापस जयपुर पहुंची तो उनसे मिलने के विधायकों का उनके घर पर तांता लग गया। इसी बीच वसुंधरा को कांग्रेस से मुख्यमंत्री चेहरा बनने को लेकर सोशल मीडिया (SOCIAL MEDIA) पर लगातार चर्चाएं चल रही हैं। राजस्थान में क्या होगा बड़ा उलटफेर ये देखने वाली बात होगी।
बीजेपी में सीएम फेस को लेकर जयपुर से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर चल रहा है। उसमें राजे सीएम पद के लिए या यूं कहीं सीएम बनने के लिए पूरी जोर अजमाइस लगाए हुए हैं। अन्य नेताओं की तुलना में सबसे ज्यादा प्रबल दावेदार भी है। और सीएम पद की दौड़ में सबसे आगे भी है। राजस्थान में शक्ति प्रदर्शन (Power performance) के बाद वसुंधरा ने दिल्ली कूच किया। चुनाव में भी जब राजस्थान में चुनावी माहौल था और दोनों मुख्य पार्टियों अपने-अपनी पार्टियों के प्रचार प्रसार में लगी हुए थी। उस समय भी वसुंधरा राजे हमेशा चर्चा का विषय बनी रही है। वह दिल्ली में बैठी रही। वसुंधरा ने दिल्ली में बैठे-बैठे जेपी नड्डा और अमित शाह से मुलाकात भी की।
लेकिन इसी बीच राजस्थान में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला। बाबा बालक नाथ (BABA BALAKNATH) जो कि सीएम फेस के लिए बहुत चर्चा में थे। उन्होंने सोशल मीडिया के ट्विटर (TWITTER) प्लेटफार्म के जरिए अपने आप को दूर कर लिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं अभी बच्चा हूं। प्रधानमंत्री मोदी (PM MODI) के सानिध्य में मुझे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। ऐसे में उनके ट्वीट ने सियासी बाजार में और सरगर्मियां बढ़ा दी है। बाबा बालक नाथ के बाद राज्य ही एक प्रबल और मजबूत दावेदार दिखाई दे रही हैं। अब इसमें देखने वाली बात ये होगी कि केंद्रीय नेतृत्व सीएम फेस को लेकर किसे नियुक्त करता है।
वसुंधरा राजे लगातार अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर समर्थन जुटाने में लगी है। बताया जा रहा है की वसुंधरा राजे ने अभी तक 60 से अधिक विधायकों से बातचीत कर समर्थन हासिल कर लिया है, और समर्थक विधायक वसुंधरा राजे सिंधिया को समर्थन देने और मुख्यमंत्री बनाने की मांग भी कर रहे हैं। इसी बीच सियासी बाजारों में चर्चा है कि यदि वसुंधरा राजे भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री नहीं बनाई जाती है तो वह कांग्रेस की तरफ रुख कर सकती हैं। जहां पर उनको अशोक गहलोत के बाद मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल सकता है। यह बात कहां तक सही है इसलिए पुष्टि नगरी मीडिया नहीं करता है। लेकिन जो सोशल मीडिया पर चर्चाएं हैं उनके आधार पर हम आपको बता रहे हैं। सोशल मीडिया के ट्विटर प्लेटफार्म पर इंडिया गठबंधन के एक यूजर ने लिखा है कि कांग्रेस के समर्थन वसुंधरा जी बन सकती है मुख्यमंत्री, कुछ सूत्रों से खबर चर्चा लगातार जारी है। एक यूजर ने लिखा है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री राजे ही बनेगी चाहे वह कांग्रेस के समर्थन से भले ही बने उनके अलावा और कोई बनेगा तो राजनीति हलकों में हलचल मच जाएगी।
बेशक वसुंधरा राजे जयपुर में अपना शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है। लेकिन यह नहीं चाहती कि उनके इस शक्ति प्रदर्शन को बगावत के रूप में देखा जाए। आपको बता दें कि वसुंधरा राजे के अलावा और भी कई ऐसे चेहरे हैं जो कि सीएम की रेस में वसुंधरा से आगे चल रहे हैं। इनमें दिया कुमारी, ओम माथुर, कर्नल राजवर्धन सिंह राठौड़, ओम बिरला, अश्विनी वैष्णव के नाम भी कहीं ना कहीं चर्चा में है। आपको बता दे की पीएम मोदी अपने चौंकाने वाले रवैया से कभी भी जनता को चुका सकते हैं। वह संगठन के पदाधिकारी या सांसद या वसुंधरा को भी सीएम चेहरा घोषित कर सकते हैं। हाल फिलहाल अब देखने वाली बात यह होगी की बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व कब तक राजे को राजस्थान का सीएम नियुक्त करता है या फिर कोई नया चेहरा सामने लाता है।