शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने राजस्थान बजट 2025-26 को जन आकांक्षाओं के अनुरूप बताते हुए कहा कि यह बजट शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और नवाचार को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दिया कुमारी द्वारा प्रस्तुत बजट की सराहना करते हुए कहा कि इसमें विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, बालिका शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने बजट को शिक्षा के क्षेत्र में जनहितकारी और शिक्षा में विकास के नए द्वार खोलने वाला बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि सभी को सहज शिक्षा उपलब्ध हो सके। यह बजट इसी अवधारणा को मजबूती प्रदान करता है। राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र की मजबूती के लिए लगातार कार्य कर रही है, जिसका प्रतिबिंब इस बजट में दिखने को मिला है स्कूल शिक्षा की मजबूती के लिए इस बजट में किए प्रावधानों से भविष्य में सकारात्मक प्रभाव दिखाई देंगे।
बजट 2025-26 में बालिका शिक्षा, सुरक्षा एवं सशक्तिकरण पर भी विशेष जोर दिया गया है। श्रीगंगानगर जिले में सैनिक स्कूल और जयपुर, अलवर, बीकानेर, जैसलमेर एवं कोटा में बालिका सैनिक स्कूल स्थापित किए जाएंगे। बालिकाओं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आत्मरक्षा प्रशिक्षण के लिए हर ब्लॉक में विद्यालय या महाविद्यालय में रानी लक्ष्मीबाई केंद्र स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश में चार देवनारायण बालिका आवासीय विद्यालयों और 16 सावित्री बाई फुले छात्रावास का निर्माण कराया जाएगा। बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन दिए जाने हेतु उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा तथा कालीबाई योजना के तहत 35 हजार स्कूटी वितरण की घोषणा की गयी है। सुरक्षा के मानदंडों को उन्नत करते हुए प्रदेश के 15 हजार राजकीय विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
स्कूली छात्र छात्राओं में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 1500 विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की घोषणा की गयी है। ये लैब, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, और गणित (STEM) क्षेत्रों में छात्रों को बेहतर व्यावहारिक शिक्षण अनुभव प्रदान करेगी। जयपुर, जोधपुर एवं उदयपुर में वैदिक गुरुकुल की स्थापना की जाएगी। होंगे। 50 प्राथमिक विद्यालयों का 8वीं तक तथा 100 विद्यालयों का उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उन्नयन किया जाएगा। साथ ही 225 करोड़ रुपए के व्यय से विद्यालयों में नए कक्षा कक्ष, लैब्स, कम्प्यूटर लैब एवं शौचालय का निर्माण किया जाएगा।खेल में भविष्य निर्माण की बेहतर संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए अब तकनीकी शिक्षण संस्थानों में भी स्पोर्ट्स कोटा की घोषणा की गयी है। डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देते हुए राजनेट 2.0 के तहत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में चरणबद्ध रूप से ब्रॉडबेंड कनेक्टिविटी का ऐलान किया गया है। जयपुर, जोधपुर, कोटा एवं सीकर में युवा साथी केंद्र स्थापित होंगे।कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में 65 करोड़ रुपए की लागत से डाईनिंग हॉल की व्यवस्था की जाएगी। 200 करोड़ रुपए की लागत से नवीन भवनों का निर्माण किया जाएगा। दो हजार विद्यालयों के भवनों की मरम्मत पर 175 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।