आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी के सांसद और CM अरविंद केजरीवाल के राइट हैंड कहे जाने वाले संजय सिंह ED ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, ED ने शराब घोटाले के आरोप में 10 घंटे तक चली छापेमारी और लम्बी पूछताछ के बाद संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। ED ने संजय सिंह के घर से गयी दस्तावेज भी जब्त किए। संजय सिंह आम आदमी पार्टी के बड़े नेता है।
उनकी गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी की टेंशन बढ़ गयी है। चलिए जानते है आखिर क्यों हुई संजय सिंह की गिरफ्तारी ? और क्या है दिल्ली शराब घोटाला ?
दरअसल, संजय सिंह घोटाले के आरोप में गिरफ्तार हुए AAP के पहले नेता नहीं हैं। इससे पहले भी AAP के कई नेता गिरफ्तार हो चुके है। बता दे कि सबसे पहले मई 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग केस में सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी हुई थी और इसके बाद फरवरी 2023 में मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले में पहले CBI और अब 4 अक्टूबर 2023 को संजय सिंह को शराब घोटाले में ED ने गिरफ्तार किया है। आपको बता दे कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद संजय सिंह ही आम आदमी पार्टी में अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे सबसे बड़े नेता थे। संजय सिंह, आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य होने के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश एवं बिहार में पार्टी की कमान उनके पास ही है।
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चुनावी राज्यों के अलावा पूर्वोत्तर और देश के दूसरे राज्यों में संगठन निर्माण में वो संदीप पाठक के साथ महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी का चेहरा और तालमेल रखने की जिम्मेदारी भी उनके पास ही है।
दरअसल , ED की चार्जशीट के मुताबिक दिल्ली शराब घोटाले में एक आरोपी है। दिनेश अरोड़ा, जो बाद में सरकारी गवाह बना। आरोपी दिनेश अरोड़ा के बयान के मुताबिक आरोप है कि संजय सिंह के कहने पर उसने दिल्ली के चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी के लिए फंड रेजिंग प्रोग्राम यानी चंदा जुटाने वाला एक कार्यक्रम आयोजित किया था। ED के मुताबिक, आरोपी दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह के कहने पर पार्टी के लिए 32 लाख का चंदा इकट्ठा किया। जिसका चेक मनीष सिसोदियो को सौंपा था।
ED के मुताबिक, आरोप है कि दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह के जरिए ही अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। ED का आरोप है कि दिनेश अरोड़ा का शराब से जुड़ा एक विवाद भी संजय सिंह ने मनीष सिसोदिया के जरिए सुलझाया था और जब आरोपी से सरकारी गवाह बने। दिनेश अरोड़ा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की, तब संजय सिंह मौजूद थे।
आपको बता दे कि इसी साल मई में संजय सिंह के करीबियों के घरों पर ED ने छापेमारी की थी। इसके बाद से ही संजय सिंह का ED की सप्लीमेंट्री प्रॉसिक्यूशन कम्पलेंड में संजय सिंह का नाम आ रहा था, लेकिन चुनावों से पहले उनकी गिरफ्तारी ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के सामने बड़ी चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। वही संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद CM अरविंद केजरीवाल उनके घर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कहा कि संजय सिंह शेर है।
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CM ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक कट्टर ईमानदार पार्टी है। ईमानदारी का रास्ता कठिन है. बेईमान हो जाएं, तो समस्या ख़त्म हो जाएगी। कट्टर ईमानदार हैं, इसलिए समस्या है। इन लोगों के पास ईमानदारी का काउंटर नहीं है। इन्होंने हमें बदनाम किया। कभी कहते केजरीवाल ने स्कूल, बिजली, पानी, सड़क, घोटाले में पैसे खाए। इन्हें मेरे खिलाफ़ भ्रष्टाचार में कुछ नहीं मिला।
शराब घोटाले में 1000 से ज़्यादा रेड हुई। रेड में अब तक चवन्नी नहीं मिली। वहीं,आपको बता दे कि गिरफ्तारी के बाद संजय सिंह ने भी एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि मरना मंजूर है, डरना नहीं। वही संजय सिंह की गिरफ्तारी पर उनके साथी और सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "लगभग पिछले 15 महीनों से BJP आप कार्यकर्ताओं पर शराब घोटाले का आरोप लगा रही है। कुछ लोगों को गिरफ्तार करने के बाद जांच के बहाने 1000 जगहों पर छापेमारी हुई। किसी भी एजेंसी को एक भी पैसा नहीं मिला। यह हताश बीजेपी है, जो आगामी चुनाव हारने वाली है। इसलिए डर के मारे ऐसा कर रही है।
जिसके कारण आज हमारी पार्टी के सदस्य संजय सिंह के घर पर ED ने छापा मारा है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहूंगा। ED को एक भी पैसा नहीं मिला। उन्हें कोई सबूत नहीं मिला क्योंकि जब कोई घोटाला ही नहीं हुआ, तो क्या मिलेगा।''
दिल्ली में पुरानी आबकारी नीति के तहत L1 और L10 लाइसेंस रिटेल वेंडर को दिया जाता था। 17 नवंबर 2021 को शराब के लिए नई आबकारी नीति लागू होने तक 849 शराब की दुकानें थीं। इनमें से 60% दुकानें सरकारी और 40% निजी थीं। नई नीति के तहत दिल्ली में शराब की सरकारी दुकानों को बंद कर दिया गया।
नई नीति को लागू करने के लिए दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया था। हर जोन में 27 शराब की दुकानें थीं। इन दुकानों का मालिकाना हक जोन को जारी किए गए लाइसेंस के तहत दिया गया था। हर वार्ड में 2 से 3 वेंडर को शराब बेचने की अनुमति दी गई।
वही संजय सिंह की गिरफ्तारी बाद से आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गयी है। संजय सिंह की गिरफ्तारी AAP के सामने चुनौती खड़ी हो गयी है। सांसद की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रही है।