राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव से मिले । बैठक में प्रदूषण नियंत्रण, कृषि में उपचारित जल के उपयोग तथा अंतर-मंत्रालयी समन्वय को और मज़बूत करने पर गहन चर्चा हुई।
इस महत्वपूर्ण बैठक के पश्चात् पर्यावरण मंत्रालय के सचिव तन्मय सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय प्रशासनिक बैठक आयोजित की गई। इसमें केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री विक्रम सिंह तथा अतिरिक्त सचिव श्री नरेश पाल गंगवार भी उपस्थित रहे।
बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि लिक्विड डिस्चार्ज पॉलिसी में 65% उपचारित जल का पुनर्चक्रण कर सिंचाई हेतु उपयोग करना अनिवार्य होगा। इस दिशा-निर्देश को नीति का अभिन्न अंग बनाया जाएगा, जिससे कृषि को सीधा लाभ मिलेगा और जल संरक्षण को नई दिशा मिलेगी। यह निर्णय किसानों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए पर्यावरणीय शासन को और प्रभावी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।