राजस्थान के पुर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आज टोंक दौरे पर रहे इस दौरान उन्होने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की देश की संसद ने 1991 में एक कानून पारित किया था देश की आजादी के बाद जो धार्मिक स्थल है उन्हें यथावत रखा जाएगा। लेकिन लोअर कोर्ट्स में ऐसे घटनाक्रम सामने आए हैं। जहां लोगों में बेवजह तनाव पैदा हो रहा है। चाहे वो सम्भल का मामला हो या अजमेर का , देश में ऐसी ताकते है जो जान बुझकर चाहती हैं कि जनता का ध्यान, किसान बेरोजगारी और महंगाई से हटा कर ऐसे मुद्दों की तरफ आकर्षित किया जाएं । संभल में बेवजह निर्दोष लोगों की मौत हुईं , कोई ना कोई इसके लिए जिम्मेदार है । लोगों को बांटने वाली ताकतों से हमे परहेज करना होगा।
वही उन्होने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा की आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोका गया । वह मृतकों के परिजनों से मिलने जा रहे थे । उनको रोक दिया गया है । भाजपा की राजनीति ध्रुवीकरण पर टिकी हुईं है । भाजपा के लोग हमेशा कुछ ना कुछ सुलगाने की कोशिश करते रहते है । अगर आप देश में यह मुहिम छेड़ दे, कि हमें धर्म स्थल ,मकानों को खोदना है और उसके नीचे क्या निकलेगा यह देखना है तो इसका कोई अंत नहीं है। वही उन्होने कहा की महाराष्ट्र हरियाणा और राजस्थान में विधानसभा उप चुनाव परिणाम बिल्कुल चौंकाने वाले परिणाम थे राजस्थान में भी हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा यहां हम केवल एक ही सीट जीत पाए । पार्टी जब चुनाव जीतती है तो उसका श्रेय सब लेते हैं आज अगर हम जीत नहीं पाए तो उसकी जिम्मेदारी भी सभी लोगों की है । दौसा का चुनाव हम जीते हैं। दौसा में सरकार ने सारे हथकंडे अपनाए।इसके बावजूद हम वहां चुनाव जीते। लोगों ने हमें पसंद किया ।लेकिन हम जहां चुनाव नहीं जीत पाए वहां संगठन भी देख रहा है कमेटिया भी बनी है ।
सचिन पायलट ने भाजपा प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल के बयान पर कहा मेरी अग्रवाल जी से अब तक मुलाकात भी नहीं हुई। ना ही मैं उन्हें जानता हूं ।मैं जब भी उनसे मिलूंगा तो जरूर पूछूंगा की वह मुझसे इतना विशेष प्रेम क्यों रखते हैं। संगठन का काम करना चाहिए। राजनीति में बेहतर टीका - टिप्पणी का एक स्तर रखना चाहिए। अपने विरोधियों को भी हमें कभी कम नहीं आंकना चाहिए। कड़वे बोल बोलकर कोई आगे नहीं जा सकता। वही उन्होने कहा की हम लोग सही समय पर सही कार्यवाही भी करेंगे ।प्रियंका गांधी वायनाड से रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीती ।उत्तर प्रदेश में हमारा गठबंधन कई जगह आगे रहा ऐसा नहीं है कि परिणाम एक तरफा रहे हो। कुछ परिणाम हमारे पक्ष में तो कुछ विपक्ष में आए हैं।