संविधान गौरव अभियान को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि बाबा साहब के सम्मान में भाजपा समर्थित सरकार ने उनके मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने और 1990 में उनका चित्र संसद में स्थापित करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया था इतना ही नहीं भाजपा सरकार ने 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की परम्परा शुरू की। यह दिन संविधान के निर्माता के रूप में डॉ. अम्बेडकर के योगदान को याद करने और सम्मान देने के लिए समर्पित है। भारत रत्न बाबा साहब की 125वीं जयंती के अवसर पर भाजपा ने 125 रूपये और 10 रूपये के स्मारक सिक्कें जारी कर उनके राष्ट्र निर्माण में अद्भूत पूर्व योगदान को चिंहित करता है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहब के सम्मान में डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए ‘‘भीम ऐप‘‘ को लॉन्च किया। वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में संशोधन कर पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद को बढ़ाने का काम भी किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से दलित विरोधी , संविधान विरोध और डॉ. भीम राव अम्बेडकर विरोधी पार्टी रही है। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने ओबीसी के लिए मंडल आयोग के सिफारिशों का विरोध किया और आरक्षण के खिलाफ जमकर प्रचार- प्रसार किया। उन्होंने दलित और आदिवासियों के लिए आरक्षण खत्म करने का विज्ञापन प्रकाशित किया और अनुसूचित जाति के आरक्षण को ‘‘मुर्खो को प्रोत्साहन‘‘ देने जैसा बताया । यह कांग्रेस की दलितों और पिछडे़ वर्गो के प्रति नफरत को दर्शाता है। वहीं डॉ. अम्बेडकर ने हिंदू कोड बिल मसूदा तैयार कर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक प्रगातिशील कानून बनाया था लेकिन कांग्रेस ने इस बिल को पास नहीं किया जिससे आहत होकर डॉ. अम्बेडकर ने नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा देकर अपना विरोध जताया था।