द नगरी न्यूज़ डेस्क : बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की शुक्रवार (7 जून) को बैठक हुई। इसमें सर्वसम्मति से नरेन्द्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने रखा है। जेपी नड्डा व अमित शाह ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया। उनके नाम का अनुमोदन टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, जदयू के नीतीश कुमार, एलजेपी के चिराग पासवान, हम के जीतन राम मांझी, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, एनसीपी के अजित पवार व जनसेना के पवन कल्याण ने किया।
इस बैठक में एनडीए के सभी नव-निर्वाचित सांसद शामिल हुए। हालांकि इस बैठक के इतर यह भी चर्चा हो रही है कि इतने सारे दलों के साथ सरकार चलाना मोदी के लिए आसान नहीं होगा। क्योंकि टीडीपी व जदयू कुछ बड़े व अहम मंत्रालय मांग रहे हैं जिसकी सहमति बनाने में समय लगा। इसलिए शपथ ग्रहण जो 8 को होना था वह अब 9 को हो रहा है। उधर अब मोदी के संसदीय दल का नेता बनने के बाद सभी दल राष्ट्रपति को अपना समर्थन पत्र देंगे। उसके बाद एनडीए अपनी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं इस विधानसभा कक्ष में उपस्थित सभी घटक दलों के नेताओं, सभी नवनिर्वाचित सांसदों और हमारे राज्यसभा सांसदों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मेरे लिए ये ख़ुशी की बात है कि आज मुझे इतने बड़े समूह का स्वागत करने का अवसर मिला है। जो भी नेता जीतकर आये हैं वे बधाई के पात्र हैं। जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात काम किया है, आज इस सेंट्रल हॉल से मैं उन्हें नमन करता हूं, नमन करता हूं। आज जब आप मुझे यह भूमिका दे रहे हैं तो इसका मतलब है कि हमारे बीच विश्वास का पुल मजबूत है। यह रिश्ता विश्वास की मजबूत नींव पर है और यही सबसे बड़ी पूंजी है। हमारे देश में 10 राज्य ऐसे हैं जहां हमारे आदिवासी भाइयों की संख्या निर्णायक रूप से अधिक है, इन 10 राज्यों में से 7 में एनडीए सेवा दे रही है। चाहे गोवा हो या पूर्वोत्तर, जहां ईसाइयों की संख्या निर्णायक रूप से अधिक है, उन राज्यों में भी एनडीए को सेवा करने का मौका मिला है।
बीजेपी नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ये गठबंधन हमारी मजबूरी नहीं है, बल्कि हमारी प्रतिबद्धता है। पिछले 10 सालों में मोदी जी के नेतृत्व में देश की दिशा-दशा बदली है। 10 सालों में दुनिया को भी ये मालूम चल चुका है कि भारत विकसित होने के साथ-साथ दुनिया को नेतृत्व क्षमता भी दे सकता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई देना चाहता हूं। आज हम यहां एनडीए का नेता चुनने के लिए आए हैं। मेरा मानना है कि इन सभी पदों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का नाम सबसे उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि 1962 के बाद पहली बार कोई नेता तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेगा। हम लोग सौभाग्यशाली हैं कि मोदी जी जैसा प्रधानमंत्री हमें मिलने जा रहा है। मोदी की कार्यकुशलता और नेतृत्व क्षमता की वजह से हमारे एनडीए परिवार में भी वृद्धि हुई है।