रेवंत रेड्डी तेलंगाना के नए सीएम बन गए है। उन्होंनें आज सीएम पद की शपथ ली। इस दौरान सोनिया गांधी,राहुल गांधी,प्रियंका गांधी समेत कई बडे कांग्रेस नेता शपथ ग्रहण कार्य में शामिल हुए। रेवंत रेड्डी के अलावा भट्टी विक्रमार्क डिप्टी सीएम बनाए गए हैं इसके साथ ही 11 मंत्रियों ने भी शपथ ली। तेलंगाना का गठन 2014 में हुआ था तब से लेकर 2023 तक दो बार भारत राष्ट्र समिति (BRS) के के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) मुख्यमंत्री रहे। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में केसीआर को हार मिली और रेवंत रेड्डी के रूप में राज्य को दूसरा (कार्यकाल के हिसाब से तीसरा) सीएम मिला।
सीएम रेवंत रेड्डी के मंत्रीमंडल में कोंडा सुरेखा , कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी , जुपल्ली कृष्णा राव , भट्टी विक्रमार्क , उत्तम कुमार रेड्डी , पोन्नम प्रभाकर , सीताक्का , श्रीधर बाबू , थुम्मला नागेश्वर राव , पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी और दामोदर राजनरसिम्हा को स्थान दिया है।
2015 में हुए एमएलसी चुनावों के दौरान रेवंत रेड्डी तब सुर्ख़ियों में आ गए थे जब मतदान में उन्हें करेंसी नोट का इस्तेमाल करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन इस गिरफ्तारी से रेवंत रेड्डी बिलकुल भी डरे या घबराएं नहीं बल्कि इसी गिरफ्तारी के बाद से रेवंत रेड्डी और आक्रामक हो गए। 30 नवंबर को तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई थी और इन विधानसभा चुनावों मे कांग्रेस ने 64 सीटें जीती तो वही तेलंगाना की सत्तारुढ पार्टी भारत राष्ट्र समिति के खाते में सिर्फ 39 सीटें ही आई। वहीं इन चुनावों में भाजपा के खाते में सिर्फ 8 सीटें आई। सूत्रों के मुताबिक तेलंगाना में मुख्यमंत्री की दौड़ में रेवंत रेड्डी हमेशा से आगे रहे हैं। उन्होंने तेलंगाना में अकेले कांग्रेस पार्टी को खड़ा करने का काम किया है।