राजस्थान के पश्चिमी सीमांत जिले बाड़मेरमें 8 और 9 अक्टूबर को “थार महोत्सव” का आयोजन किया जाएगा, इस बार महोत्सव की थीम है “रंग रेगिस्तान के”।
बाड़मेर प्रशासन और पर्यटन विभाग मिलकर इस आयोजन के ज़रिए मरुस्थल की संस्कृति, लोक संगीत और परंपराओं को नए रूप में प्रस्तुत करेंगे।
रेत, रंग और संस्कृति का संगम
महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम आदर्श स्टेडियम, किराडू मंदिर परिसर और महाबार के धोरों पर होंगे।
यहां दो दिनों तक कला, लोकनृत्य, हस्तशिल्प और लोक संगीत की झलक देखने को मिलेगी।
जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि “थार महोत्सव की शुरुआत 8 अक्टूबर की सुबह 8 बजे गांधी चौक से आदर्श स्टेडियम तक शोभायात्रा से होगी।”
इसके बाद आदर्श स्टेडियम में मिस थार, मिस्टर थार श्री, सुंदर मूंछ प्रतियोगिता, ऊंट श्रृंगार,पुरुष एवं महिला वर्ग के लिए रस्साकस्सी,पनिहारी मटका दौड़,ढोल वादन और पंच गौरव खेल के तहत बास्केटबॉल मैच जैसी प्रतियोगिताएं होंगी।
पारंपरिक खेलों और लोक नृत्य की झलक
महोत्सव के पहले दिन रात 8 से 10 बजे तक आदर्श स्टेडियम में लोक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। दूसरे दिन, 9 अक्टूबर को किराडू मंदिर परिसर में सुबह 9 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम,ग्रामीण कबड्डी, सतोलिया,दम्पत्ति दौड़,दादा-पोता दौड़ ,रूमाल झपट्टा,मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, शाम को महाबार के धोरों पर 7 से 10 बजे तक लोक कलाकारों के प्रदर्शन होंगे।
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मंच
जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा "थार महोत्सव के माध्यम से स्थानीय लोक कलाकारों को अधिकाधिक भागीदारी का अवसर दिया जाएगा ताकि उनकी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।”