जोधपुर में वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान बड़ा हादसा हुआ, जिसमें लोकेंद्र सिंह के तीन मासूम बच्चों की हिट एंड रन मामले में मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि प्रशासन ने अचानक वन-वे व्यवस्था लागू की, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।
लोकेंद्र सिंह की मां ने भावुक होते हुए कहा— चलती रोड पर बच्चों पर ध्यान नहीं देते। तीन बच्चे गए मेरे। न्याय चाहिए मुझे। उनका दर्द पूरे समाज को झकझोर गया है और इस बयान ने प्रशासन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह मामला राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत तक पहुंचा। पीड़ित मां ने उनसे सवाल पूछा कि नेताओं की सुरक्षा आम जनता की जिंदगी से ज्यादा अहम क्यों है? इसने पूरे प्रदेश में बहस छेड़ दी है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान अक्सर ट्रैफिक नियम अचानक बदल दिए जाते हैं, जिससे आम लोग परेशानी में पड़ते हैं। हादसे के बाद लोगों में आक्रोश स्पष्ट नजर आया।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार से पूछा है कि जब वीवीआईपी मूवमेंट में इतने सख्त प्रबंध किए जाते हैं तो आम जनता की सुरक्षा क्यों नहीं की जाती?
तीन मासूमों की मौत ने पूरे शहर को गम और गुस्से से भर दिया है। पीड़ित परिवार अपने बच्चों के लिए न्याय की गुहार लगा रहा है और यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का गंभीर उदाहरण बनकर सामने आई है।