जयपुर के एसएमएस ट्रॉमा सेंटर में भीषण आग, 8 मरीजों की मौत,
राजधानी जयपुर के सबसे बड़े सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में देर रात भयावह हादसा हुआ, ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई, जिसमें 8 मरीजों की मौत हो गई है, जबकि कई गंभीर मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। मौके पर मौजूद डॉक्टरों, नर्सों और दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
अचानक उठे धुएं से मचा हड़कंप
रात के करीब साढ़े 11 बजे आईसीयू में अचानक धुआं उठने लगा। कुछ ही मिनटों में आग और धुआँ पूरे वार्ड में फैल गया । अस्पताल स्टाफ ने तत्काल मरीजों को सुरक्षित निकालने का प्रयास शुरू किया। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
“हम उन्हें बचा नहीं पाए ” ट्रॉमा सेंटर प्रभारी
ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बतलाया , “ऐसा लगता है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। हमारे मरीज पहले से ही बहुत गंभीर हालत में थे, ज्यादातर कोमा में थे। आग से निकलने वाले जहरीले धुएं ने उनकी हालत और बिगाड़ गई । हमने उन्हें निचली मंजिल के आईसीयू में शिफ्ट करने की कोशिश की, लेकिन हम उन्हें बचा नहीं पाए।”
ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी के मुताबिक, अब तक 6 मरीजों की इस हादसे में मौत हुई है , जिनमें दो महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं, जबकि पांच मरीजों की हालत अभी भी गंभीर है। कुल 24 मरीजों को निकाला गया, जिनमें से 11 ट्रॉमा आईसीयू और 13 पास के आईसीयू में भर्ती थे।
दमकल और स्टाफ ने मिलकर बचाई कई जानें
आग लगते ही अस्पताल स्टाफ ने बिना देर किए रेस्क्यू शुरू कर दिया। नर्सों और डॉक्टरों ने ऑक्सीजन सिलेंडर हटाकर मरीजों को स्ट्रेचर पर बाहर निकाला। दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेजी से राहत कार्य किया और आग को अन्य हिस्सों में फैलने से रोका।
सीएम भजनलाल शर्मा मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देर रात अस्पताल पहुंचे और अधिकारियों से पूरी स्थिति की जानकारी ली।
इस घटना पर राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट प्रतीत हो रही है। मुख्यमंत्री जी खुद हालात का जायजा ले चुके हैं। हताहतों के परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी और घायल मरीजों का इलाज सरकार की प्राथमिकता है।”
फिलहाल अस्पताल प्रशासन ने घटना की आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस और फॉरेंसिक टीम आग के कारणों की विस्तृत जांच में जुटी है। इस हादसे के बाद पूरे एसएमएस अस्पताल परिसर में फायर सेफ्टी सिस्टम और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा शुरू कर दी गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटना न दोबारा न हो !!