खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और योजनाओं का लाभ सभी पात्रों तक पहुँचाने के लिए पूर्ण समन्वय और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
गोदारा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सभी अपात्र परिवारों से 'गिव अप' करवाएं और आधार सीडिंग व ई-केवाईसी का कार्य शीघ्र पूरा करें। बांसवाडा जिले में 88 हजार 827 व्यक्तियों ने इस अभियान के तहत स्वेच्छा से अपना नाम हटाया व एक लाख 66 हजार 841 नए लाभार्थी बांसवाड़ा जिले में जुड़े।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में पात्र हकदारों को एनएफएसए में स्थान देने हेतु विभाग द्वारा गिव अप अभियान गत वर्ष 1 नवम्बर को शुरू किया गया। इस अभियान का उद्देश्य सक्षम लोगों को स्वेच्छा से खाद्य सब्सिडी छोडने के लिए प्रेरित करना है ताकि गरीबों व पात्र व्यक्ति को खाद्य सुरक्षा का लाभ मिल सके।
गोदारा ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से खाद्य सुरक्षा सूची में नई रिक्तियाँ बनने से सूची में जुड़े पात्र परिवारों को न केवल पोषण युक्त अन्न उपलब्ध कराया जा रहा है बल्कि उन्हें 25 लाख रूपये तक का निःशुल्क इलाज, 10 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा एवं 450 रूपये में प्रतिवर्ष 12 घरेलू सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। श्री गोदारा ने बताया कि गिव अप अभियान में व्यापक जनभागीदारी को देखते हुए इसकी अवधि 31 अगस्त तक बढ़ा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि ऐसे परिवार जिनमें कोई सदस्य आयकर दाता हो या कोई सदस्य सरकारी, अर्धसरकारी, स्वायत्तशासी संस्था में कार्मिक हो या एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय हो या एवं किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में प्रयुक्त वाहन को छोडकर), खाद्य सुरक्षा योजना में लाभ नहीं ले सकते। बैठक में जिला कलक्टर डॉ इन्द्रजीत यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर अभीषेक गोयल, जिला रसद अधिकारी ओमप्रकाश जोतड, सामाजिक कार्यकर्ता पूंजीलाल गायरी, जिला परिषद सदस्य कृष्णा कटारा भी मौजूद रहे।