जयपुर में भारी बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। दिनभर रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। भारी बारिश के कारण शहर की कई कॉलोनियों और मुख्य सड़कों पर पानी भर गया, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। जगह-जगह वाहन फंस गए, ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित रही।
बारिश का सबसे खौफनाक नज़ारा जेके लोन अस्पताल से सामने आया, जहां नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) की फॉल सीलिंग गिर गई। बताया जा रहा है कि लगातार पानी टपकने के चलते सीलिंग कमजोर हो गई थी। गनीमत रही कि हादसे के वक्त बच्चे NICU के उस हिस्से में नहीं थे, अन्यथा गंभीर जानमाल का नुकसान हो सकता था। अस्पताल प्रशासन ने प्रभावित हिस्से को अस्थायी रूप से खाली करवा लिया है और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं क्यों कि इससे पहले भी कई बार फॉल सीलिंग के गिरने के मामले सामने आ चुके है लेकिन इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन मूक दर्शक बनकर बैठा रहता है।
बारिश से शहर की कई पॉश कॉलोनियों में भी जलभराव की स्थिति बन गई। मानसरोवर, मालवीय नगर, वैशाली नगर, और टोंक रोड जैसे इलाकों में घरों के अंदर तक पानी घुस गया। दुकानदारों को अपने सामान बचाने के लिए घंटों मशक्कत करनी पड़ी। लोग सड़क पर फंसी गाड़ियों को धक्का लगाकर निकालते नजर आए। कई स्कूल बसें भी पानी में फंस गईं, जिन्हें बाद में जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला गया। राजधानी जयपुर में अभी दो दिन और इसी तरह से मौसम का मिजाज बदलता हुआ नजर आएगा। कई इलाकों में तेज बारिश होने की चेतावनी भी दी गई है।
नगर निगम की टीमें जल निकासी के लिए मौके-मौके पर तैनात की गई हैं। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी वार्डों में इमरजेंसी टीमें अलर्ट पर हैं और जहां-जहां जलभराव की स्थिति है, वहां मोटर पंपों के जरिए पानी निकालने का काम किया जा रहा है। साथ ही बिजली विभाग और आपदा राहत टीमें भी हाई अलर्ट पर हैं। इस बारिश ने एक बार फिर शहर के ड्रेनेज सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल बारिश में डूबने वाली कॉलोनियां इस बार भी पानी में डूब गईं, जबकि करोड़ों रुपये की लागत से नालों की सफाई और जल निकासी के दावे किए जाते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है।
फिलहाल शहर में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है और प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। अगर इसी तरह बारिश जारी रही, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। जयपुर के हालातों पर अब पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं।