पोकरण के प्रसिद्ध कदली वन हनुमान मंदिर में राधा अष्टमी का पावन पर्व धूमधाम और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। पांच दिवसीय धार्मिक आयोजन ने हजारों श्रद्धालुओं को भक्ति और अध्यात्म के रंग में सराबोर कर दिया।
27 अगस्त से प्रारंभ हुए इस आयोजन में मंदिर परिसर को फूलों, रोशनी और रंग-बिरंगी सजावट से सजाया गया। प्रतिदिन विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिनमें महारुद्राभिषेक, दश विधि स्नान, वेदी स्थापन और रामचरित मानस पाठ प्रमुख रहे। भगवान को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया, जिसमें मिठाइयों से लेकर फलाहार तक के विशेष पकवान शामिल थे। भक्तों ने दर्शन कर इन पावन क्षणों का आनंद लिया।
आयोजन की सबसे खास कड़ी रही 1008 भक्तों द्वारा एक साथ सुंदरकांड पाठ। जयकारों की गूंज और भजन-कीर्तन के स्वर से पूरा धाम भक्तिमय हो गया। वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।
संत ओमजी महाराज और बाल संत मारुति नन्दन महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि राधा अष्टमी भक्ति, समर्पण और सेवा का संदेश देती है। उन्होंने भक्तों को धर्म, भक्ति और सदाचार अपनाने की प्रेरणा दी और राधा-कृष्ण की कृपा का आशीर्वाद प्रदान किया।
कार्यक्रम के अंतिम दिन महाआरती का आयोजन हुआ। मंदिर में दीपों की जगमगाहट, भजनों की ध्वनि और जयकारों ने माहौल को दिव्यता से भर दिया। इस दौरान करीब 11 हजार श्रद्धालुओं ने महाप्रसादी ग्रहण की ।
पांच दिनों तक चले इस आयोजन में दूर-दराज़ से आए श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। भक्तों ने आयोजन की भव्यता की सराहना करते हुए कहा कि कदली वन धाम आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्वितीय केंद्र है।