राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने आज सचिवालय में लोक निर्माण विभाग (PWD) की एक महत्त्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में टोंक, सवाई माधोपुर और दौसा जिलों में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री ने बनास नदी पर प्रस्तावित हाई लेवल ब्रिज, निवाई-टोंक ROB, खेडली-पिपलाई बाईपास रोड, जयपुर-देवली रोड तथा आरएसआरडीसी द्वारा संचालित परियोजनाओं की समीक्षा की और इन कार्यों में हो रही प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन सभी परियोजनाओं की गुणवत्ता और समयसीमा का विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि जनता को शीघ्र लाभ मिल सके।
सड़क नेटवर्क को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से उपमुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) परियोजनाओं की स्थिति पर भी गहनता से चर्चा की । कोथून-लालसोट-करौली-धौलपुर मार्ग।सवाई माधोपुर-श्योपुर मार्ग।महुआ-मंडावर-राजगढ़ मार्ग।गंगापुर बाईपास।पालीघाट के कार्यों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इन सभी परियोजनाओं को लेकर उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से जवाब-तलब किया और समय पर कार्य न होने पर असंतोष व्यक्त किया।
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने PWD द्वारा किए जा रहे भवन निर्माण कार्यों में हो रही लापरवाही और अनावश्यक विलंब को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो भी अधिकारी या ठेकेदार कार्यों में लापरवाही कर रहे हैं, उनके खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने 2024-25 के बजट में घोषित सड़कों, अटल प्रगति पथ तथा अन्य विकास योजनाओं की भी बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक परियोजना की प्रगति रिपोर्ट समय-समय पर प्रस्तुत की जाए और तय समय सीमा में कार्य पूरे किए जाएं, जिससे बजट घोषणाओं के अनुरूप जमीनी स्तर पर बदलाव दिखे।
उपमुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि “विकास कार्यों में पारदर्शिता, गति और गुणवत्ता सबसे ज़रूरी है। जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना हमारी प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”