चिकित्सा विभाग की ओर से नेशनल वायरन हेपेटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए गुरूवार 24 जुलाई से टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान विशेष रूप से हेपेटाइटिस-बी से बचाव के लिए किया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ अशोक महरिया ने बताया कि जिला अस्पताल में स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं देने वाले चिकित्सक, नर्सिंग स्टॉफ एवं स्वास्थ्य कर्मियों को हेपेटाइटिस-बी का टीका लगाया जाएगा। यह टीकाकरण चरणबद्ध रूप से जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में आयोजित किया जाएगा। हेपेटाइटिस-बी की डोज जो प्रथम फेज में सूची अनुसार चिकित्सा कर्मियों को लगाई जाएगी। प्रत्येक चिकित्सा कर्मी को हेपेटाइटिस-बी की तीन डोज लगाई जाएगी।
आरसीएचओ डॉ विशाल सिंह ने बताया कि यह टीकाकरण स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। हेपेटाइटिस बी एक संक्रामक रोग है, जो सुई चुभने से, संक्रमित रक्त या अन्य शरीर द्रव्यों के संपर्क में आने से फैलता है। चूंकि स्वास्थ्य कर्मी इस खतरे से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े होते हैं। इसलिए यह टीकाकरण उनकी सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। चिकित्सा कर्मियों को अभियान के तहत तीन खुराकें निर्धारित समय पर दी जाएगी। हेपेटाइटिस टीकाकरण के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों को इसके लक्षण, रोकथाम, परीक्षण व उपचार की भी जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण और जागरूकता से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि न केवल वे स्वयं सुरक्षित रहे, बल्कि रोगियों को भी सटीक जानकारी दे सकें। यह पहल स्वास्थ्य विभाग की रोग नियंत्रण और कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।