नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सीकर जिले के शहीद नोरंगलाल राउमावि कटराथल में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी रणमल सिंह चौधरी की 103वीं जयंती समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने चौधरी रणमल सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन और योगदान को स्मरण किया।
नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने इस अवसर पर कहा कि चौधरी रणमल सिंह बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे, वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, एक समर्पित शिक्षक, वीर सैनिक, ईमानदार जनप्रतिनिधि, सहकारिता आंदोलन के सजग प्रहरी और एक मेहनतकश किसान रहें। उनका जीवन संघर्ष, सादगी, समर्पण और सेवा भावना का अनुपम उदाहरण है।
राज्य मंत्री खर्रा ने कहा कि रणमल सिंह ने न केवल देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया, बल्कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी वे निरंतर समाज सेवा में जुटे रहे। एक शिक्षक के रूप में उन्होंने शिक्षा का दीप जलाया, वहीं एक सैनिक के रूप में सीमाओं की रक्षा में योगदान दिया। वर्ष 1977 में उन्होंने विपरीत राजनीतिक परिस्थितियों में राजस्थान विधानसभा का चुनाव जीतकर जनमत का सम्मान अर्जित किया।
इस दौरान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने विद्यालय में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी रणमल सिंह जयंती की स्मृति में गीता देवी—प्रेमसिंह भूकर श्रीकर प्रथम पुरस्कार 21 हजार रूपये व प्रशस्ति पत्र देने के लिए चयन समिति ने गणितज्ञ घासीराम वर्मा के नाम का चयन किया। यह पुरस्कार रणमल सिंह की स्मृति में प्रतिवर्ष दिया जायेगा। इससे पूर्व सीकर के पूर्व सांसद सुमेदानंद सरस्वती,सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक, पूर्व विधायक रतन लाल जलधारी,शेखावाटी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.(डॉ.) अनिल कुमार राय ने स्वतंत्रता सेनानी रणमल सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने विचार व्यक्त किये।