प्रदेश में लगातार मानसून मेहरबान दिखाई दे रहा है। कई जिलों के अन्दर तेज बारिश दौर भी लगातार जारी है। वहीं कोटा में भी सुबह से ही भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार कोटा संभाग कई इलाकों में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश की प्रबल संभावना है।
मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र आज तीव्र होकर अवदाब में परिवर्तित हो चुका है। आगामी 48 घंटों में इसके राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है। ऐसे में कोटा, जयपुर और अजमेर संभाग में पूर्वी राजस्थान में ज्यादा प्रभाव देखने की संभावना है। मौसम विभाग की माने तो कोटा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी है। इसके साथ ही 20 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में कमी दर्ज होने की संभावना है।
मौसम में लगातार बदलाव के बाद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है । राजस्थान के 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी करते हुए कोटा, पाली, टोंक, बूंदी, भीलवाड़ा और अजमेर में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ अत्यधिक तेज बारिश की प्रबल संभावना जताई है।
कई जिलों में लगातार बारिश का दौर जारी है इसके साथ ही चंबल नदी पर बने बांधों के कैचमेंट एरिया में पानी की आवक में इजाफा देखने को मिल रहा है। रावतभाटा स्थित राणा प्रताप सागर और बूंदी के जवाहर सागर बांध से पन बिजलीघर के जरिए पानी की निकासी की गई, वहीं कोटा बैराज के दो गेट खोलकर 5008 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बुधवार देर रात कोटा बैराज से तीन गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। इधर, कोटा जिले के चेचट में ताकली बांध के 7 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है।
बारिश के कारण जगह जगह जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है। जलभराव के कारण लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात भी बनने लगे है। रामगंजमंडी में बुधवार देर रात करीब तीन बजे से बरसात का सिलसिला चालू हुआ था। रामगंजमंडी व खैराबाद में नालों का पानी सड़क पर आकर बहने के अतिवृष्टि से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। सांगोद में डेढ़ घंटे में 97 एमएम बरसात हुई। इससे सडकें व रास्ते दरिया बन गए। मोड़क स्टेशन में बुधवार देर रात 3 बजे से शुरू हुई बरसात ने सुबह तक नदी-नालों को उफान पर ला दिया। चेचट क्षेत्र में बरसात और पानी की आवक से ताकली बांध के 7 गेट खोलकर 4333 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।