राजस्थान के बहुचर्चित टोंक जिले के समरावता प्रकरण के आरोपी नरेश मीना ने आज पहले तो नगरफोर्ट पुलिस थाने पहुंच हाज़िरी लगाई और इसके बाद टोंक के एससी एसटी कोर्ट पहुंचे..,जहां आज एफआईआर नम्बर 167/24 मामले में चार्ज फ़्रेम होने थे लेकिन न्यायिक कार्मिकों के कार्य बहिष्कार के चलते कोर्ट की कार्रवाही नहीं हो पाई अब 6 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई होगी…
कोर्ट से बाहर निकलते ही नरेश मीना ने मीडियाकर्मियों से चर्चा की….अपनी जनक्रांति यात्रा से लेकर परिवावारवाद की राजनीति तक पर खुलकर बोले..वहीं नरेश मीना ने अपने आंदोलन की तुलना शहीद भगतसिंह की सहादत और महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन से की है.,,वहीं अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए लोकपाल लाने के आंदोलन के हुए सियासी दुरूपयोग का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके आंदोलन का दुरुपयोग हुआ लेकिन नरेश मीना के आंदोलन का दुरूपयोग नहीं होगा….
कोर्ट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नरेश मीणा ने कहा कि जेल से निकलने के बाद मेरा मन था कि मैं छबड़ा विधानसभा और देवली विधानसभा के लोगों के घर-घर जाकर उनका धन्यवाद दूं। क्योंकि आज जो नरेश से वह उनकी वजह से है, नरेश ने कहा कि जेल जाने के बाद उनका और पूरे राजस्थान के लोगों का जो आशीर्वाद मुझे मिला और साथ ही पत्रकारों का जो आशीर्वाद मिला उसके लिए मैं सभी का धन्यवाद देना चाहता हूं। और सबके प्यार को देखते हुए मैं अब चाहता हूं कि मैं पूरे राजस्थान में सड़कों पर जाकर पैदल चलकर नंगे पांव चलकर पूरी राजस्थान की जनता का धन्यवाद ओर आभार व्यक्त करूं। हजारों गांव में जो मेरे बोर्ड लगे उन सब का भी आभार व्यक्त करूं।साथ ही राजस्थान की बड़ी समस्याओं को लेकर जन क्रांति यात्रा की पहल राजस्थान में की हे यह पल इस तरह की है जिस तरह से देश को आजाद कराने के लिए भगत सिंह और महात्मा गांधी ने की थी एक तरफ भगत सिंह ने इंकलाब जिंदाबाद का नारा दिया दूसरी तरफ महात्मा गांधी ने सत्याग्रह को अपना कर इस देश को आजाद कराया
नरेश मीणा ने कहा कि आज यह देश आजाद तो हो गया लेकिन देश फिर से खोखला हो रहा है और यह इसलिए हो रहा है कि जिस तरह से देश में नशाखोरी बढ़ रही है से हजारों लाखों युवा मौत के गले लग रहे हैं लाखों करोड़ों परिवार इस नशे की वजह से बर्बाद हो रहे हैं कैंसर और अटैक से मर रहे हैं उसे नशा खोरी के खिलाफ जनता को खड़ा करने के लिए नरेश मीणा भगत सिंह के आदर्श पर चलते हुए सड़कों पर उतर रहा है। साथ ही नरेश मीणा ने भ्रष्टाचार और मिलावट खोरी के खिलाफ आंदोलन करने को सही बताया और जनता को जागरूक और सतर्क करने के लिए जन क्रांति यात्रा निकालने की बात कही नरेश मीणा ने बताया कि राजस्थान के अंतिम बॉर्डर पर स्थित झालावाड़ के मनोहर थाना और छबड़ा विधानसभा पर स्थित कामखेड़ा बालाजी से 21 तारीख को 12 बजे में जनक्रांति यात्रा चालू करूंगा
ये यात्रा मनोहर थाना छाबड़ा अटरू विधानसभा बारां सांगोद विधानसभा से होती हुई कोटा पहुंचेगी कोटा से लालसोट गंगापुर सिटी और पूर्वी राजस्थान धौलपुर अलवर दोसा होती हुई जयपुर होते हुए चाकसू निवाई टोंक होते हुए देवली विधानसभा के नगरफोर्ट में समापन होगा। नरेश मीणा ने कहा कि यह आंदोलन अब नरेश मीणा का आंदोलन नहीं है यह सर्व समाज का आंदोलन है इसमें सभी लोग शामिल हो साथ ही मीणा ने कहा अन्ना हजारे के आंदोलन का दो दुरुपयोग कर लिया होगा लेकिन नरेश मीणा के जन क्रांति यात्रा आंदोलन में किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं होगा अगर जनता का आशीर्वाद रहा तो इसका असर सदियों तक देखने को मिलेगा। साथ ही नरेश मीणा ने जन क्रांति यात्रा में अपनी 11 सूत्रीय मांगों को भी पत्रकारों के सामने रखा और कहा की इन मांगों को इस यात्रा के बीच में ही मांग लिया जाना चाहिए नहीं तो नरेश मीणा एक बड़ा आंदोलन और करेगा।