प्रदेश में भीषण गर्मी और हीटवेव से लम्बे दिनों बाद आमजन को राहत मिली है. प्रदेश में शुक्रवार शाम भी राजधानी समेत कई इलाकों में अंधड़ और तेज बारिश के कारण पारा नीचे की आया, जिससे मौसम में ठंडक बनी रही. आपको बता दे कि, राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के असर से शुक्रवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया और कई स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई. बारिश और अंधड़ से कई स्थानों पर पेड़, टीन शेड, बिजली के पोल और तार टूटकर गिर गए, जिससे कई स्थानों पर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया.
मौसम विभाग जयपुर के अनुसार 6 तारीख गुरुवार को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर 9 तारीख तक जोधपुर, बीकानेर, अजमेर और जयपुर संभाग में रहेगा. जिसके चलते मेघगर्जन के साथ बारिश की संभावना है. इसके अलावा नागौर, झुंझुनूं, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, बीकानेर जिलों में तीन घंटे में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके अनुसार कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है, जिसमें हवा की तीव्रता 40-50 KMPH की रफ्तार से चलेगी.
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को हुई बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली. हालांकि, मौसम में बदलाव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा, जयपुर प्रतापगढ़ स्टेट हाइवे पर पुलिस चौकी के पास बनी सीएचसी में तेज अंधड़ और बारिश से छत उखड़ गई. साथ ही पिलरो से पत्थर उखड़ गए. वहीं, तो जगह-जगह पर पेड़ बिजली के पोल और तार टूट कर गिर गए.
आपको बता दें कि 6 जून की रात से प्रदेश में एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है, जिसके चलते गुरुवार देर रात से प्रदेश के कई जिलों में तेज अंधड़ और बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने इस संबंध में अलर्ट जारी करते हुए 9 जून तक की चेतावनी दी है. ऐसे में आज, शनिवार को भी कई जिलों में मौसम का कहर जारी रहेगा. अचानक से बदले मौसम के चलते प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं, मौसम विभाग ने आज भी कुछ इलाकों में बारिश की संभावना जताई है.
दरअसल, राजस्थान में अभी पिछले साल के हिसाब से देखा जाए तो अभी लगभग 20 दिन और गर्म मौसम और लू से राहत नहीं मिलने वाली है. आपको बता दे कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अंडमान निकोबार द्वीप समूह में पहुंचने के बाद 31 मई से 1 जून के आसपास केरल पहुंचने का अंदेशा है. मानसून के केरल पहुंचने के बाद ही वह अन्य राज्यों के लिए उसकी चाल तय होगी. मौसम विभाग द्वारा अनुमान लगाया जा रहा हैं कि राजस्थान में 21 से 29 जून के बीच मानसून दस्तक दे देगा, जिसके बाद प्रदेश की जनता को गर्मी से राहत मिलेगी
मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम चित्तौड़गढ़ में सबसे ज्यादा 44.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया. तो वही कोटा 43.4, बाड़मेर 43.1, डूंगरपुर 43.1, अलवर 43.0, बीकानेर 42.8, जालौर 42.7, भीलवाड़ा 42.6, करौली 42.6, फतेहपुर सीकर 42.5, अजमेर 42.4, जयपुर 42.4, जैसलमेर 42.4, जोधपुर 42.4, चूरू 42.2, सिरोही 42.1, श्रीगंगानगर 39.8, सीकर 39.6, माउंट आबू 31.0, डिग्री अधिकतम पारा दर्ज किया गया.