वर्ल्ड स्टैंडर्ड डे 2025 के अवसर पर बीआईएस राजस्थान द्वारा "रन फॉर क्वालिटी" का आयोजन
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), राजस्थान ने वर्ल्ड स्टैंडर्ड्स डे 2025 के उपलक्ष्य में आज स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान (एसकेआईटी), जयपुर से "रन फॉर क्वालिटी" का सफल आयोजन किया। यह दौड़ समाज में मानकों और गुणवत्ता के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से आयोजित की गई। वर्ल्ड स्टैंडर्ड्स डे प्रतिवर्ष 14 अक्टूबर को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
कार्यक्रम का उद्घाटन
दौड़ का शुभारंभ राजस्थान स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज, पीवीएसएम, एवीएसएम (से.नि.) ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। इस अवसर पर बीआईएस राजस्थान की निदेशक एवं प्रमुख कनिका कालिया, एसकेआईटी के चेयरमैन सुरजाराम मील, पिंक सिटी रनर्स के संस्थापक डॉ. नामित शर्मा, अल्ट्रा रनर महेश द्विवेदी और इटरनल हॉस्पिटल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रशांत दिवेदी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे
मुख्य अतिथि का संबोधन
मेजर जनरल आलोक राज ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “गुणवत्ता और मानक किसी भी प्रगतिशील राष्ट्र की रीढ़ होते हैं। उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य या उपभोक्ता संरक्षण—हर क्षेत्र में मानकों का पालन ही हमें सुरक्षित, सक्षम और आत्मनिर्भर बनाता है। ‘विकसित भारत @2047’ का सपना तभी साकार होगा जब हम सब मिलकर गुणवत्ता को जीवन का मूल मंत्र बना लें। इस प्रकार की ‘रन फॉर क्वालिटी’ जैसी पहल न केवल युवाओं में उत्साह जगाती है बल्कि समाज में यह संदेश भी देती है कि मानक केवल कागज़ पर लिखे नियम नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और सशक्त भारत की आधारशिला हैं।”, उन्होंने आगे कहा कि “गुणवत्ता का संस्कार बचपन से ही बच्चों और युवाओं में रोपित किया जाना चाहिए। जब नागरिक अपने दैनिक जीवन में गुणवत्ता को अपनाएंगे, तभी उद्योग जगत भी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगा।”
विशिष्ट अतिथियों के विचार
बीआईएस राजस्थान की निदेशक एवं प्रमुख कनिका कालिया ने कहा कि “बीआईएस न केवल मानक बनाने वाला संस्थान है, बल्कि गुणवत्ता को जन-आंदोलन बनाने का संकल्प रखता है। ‘रन फॉर क्वालिटी’ जैसे आयोजन से समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़कर हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हर नागरिक गुणवत्ता और सुरक्षा का संरक्षक बने। यह दौड़ युवाओं और उपभोक्ताओं को प्रेरित करती है कि वे स्वयं गुणवत्ता मिशन का हिस्सा बनें और एक सुरक्षित, आत्मनिर्भर एवं सतत समाज के निर्माण में योगदान दें।”
डॉ. प्रशांत द्विवेदी, वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट, इटरनल हॉस्पिटल ने प्रतिभागियों से अपील की कि “गुणवत्ता और स्वास्थ्य दोनों साथ-साथ चलें। जिस प्रकार बीआईएस जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए मानकों का पालन सुनिश्चित करता है, उसी प्रकार हमें योग, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम को अपनाकर अपने जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना चाहिए। यदि हर व्यक्ति गुणवत्ता को अपना ले तो न केवल समाज मजबूत होगा बल्कि राष्ट्र भी स्वस्थ बनेगा।”
डॉ. नामित शर्मा, संस्थापक, पिंक सिटी रनर्स ने कहा कि “आज के युवा हमारे भविष्य के निर्माता हैं। उन्हें चाहिए कि वे अपने दैनिक जीवन में गुणवत्ता को अपनाएं और शारीरिक रूप से भी फिट रहें। गुणवत्ता और फिटनेस, दोनों मिलकर ही एक मज़बूत भारत का निर्माण कर सकते हैं।”
महेश द्विवेदी, अल्ट्रा रनर ने अपने 120 किमी अल्ट्रा मैराथन अनुभव साझा करते हुए कहा कि “दौड़ और अनुशासन हमें यह सिखाते हैं कि निरंतर प्रयास से ही हम बड़ी से बड़ी चुनौती को पार कर सकते हैं। जीवन में गुणवत्ता को भी इसी अनुशासन और निरंतरता के साथ अपनाना होगा। यदि हम प्रतिदिन थोड़ी भी रनिंग और गुणवत्ता का पालन करें, तो समाज में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।”
जनभागीदारी
दौड़ का शुभारंभ हरी झंडी दिखाकर किया गया। इस आयोजन में 1,000 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया, जिनमें एसकेआईटी के विद्यार्थी, बीआईएस स्टैंडर्ड्स क्लब के सदस्य, उपभोक्ता संगठन तथा स्थानीय निवासी शामिल थे। प्रतिभागियों ने पूरे जोश के साथ गुणवत्ता संबंधी नारों के बीच दौड़ लगाई और मानकों और ‘क्वालिटी’ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को व्यक्त किया।