राजस्थान के दौसा जिले के कालीखाड गांव में करिब 5 साल का मासूम आर्यन बोरवेल में गिरा था। जिसके बाद राहत एवं बचाव कार्य लगातार चल रहे हैं। दरअसल बीते कल लगभग 3:30 बजे के आसपास आर्यन बोरवेल में गिरा था। लगभग 22 घंटे के आसपास का समय हो गया लेकिन अभी तक आर्यन बोरवेल से बाहर नहीं आ पाया है। कालीखाड़ गांव में चल रहे इस ऑपरेशन में जयपुर से एसडीआरएफ, अजमेर से पहुंची एनडीआरएफ की टीमों के साथ दूसरे एक्सपर्ट भी मौके पर हैं। सोमवार शाम करीब 4 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में टीमों को दो सफलता हाथ लगी हैं। इनमें एक तो यह कि बच्चे की मूवमेंट कैमरे पर देख पाने में वे सफल रही हैं। दूसरा बच्चे ने रस्सी पकड़ने की भी कोशिश की है। जानकारी के अनुसार 5 साल का आर्यन अपनी मां के सामने ही घर से करीब 100 फीट दूर बोरवेल में गिर गया था। ये बोरवेल परिवार ने करीब 3 साल पहले खुदवाया था, लेकिन काम नहीं आ रहा था।
राजस्थान सरकार में आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री किरोडी लाल मीणा ने अपने सोशल मीडिया अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की दौसा के ग्राम कालीखाड़ में 5 वर्षीय आर्यन खुले बोर में गिरने के अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुए जो बहुत ही चिंताजनक है। सूचना मिलते ही संबधित विभाग से दस लाख रुपए जिला प्रशासन को दिए गए है, और जिला कलेक्टर सहित सभी अधिकारी बेटे आर्यन को सकुशल बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयासरत है। मैं पपलाज माता से प्रार्थना करता हूं की बेटा आर्यन सकुशल बाहर आ जाए, मैं राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम में होने के कारण आप सभी के बीच नहीं पहुंच पाया मैं जल्द ही पीड़ित परिवारजनों से मुलाकात करूंगा, मैने सम्पूर्ण घटनाक्रम पर लगातार नजर बनाए रखी है।
दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने कहा कि आर्यन बोरवेल के अंदर किस हालत में इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी उन्होंने कहा कि बच्चे को बाहर निकालने से पहले उसे पानी से सुरक्षित किया जाना जरूरी है, क्योंकि नीचे लगभग 9 फीट पानी है। वही मासूम आर्यन की मां गुड्डी देवी ने बताया कि वह अपने खेत में काम कर रही थी जहां आर्यन भी उसके साथ ही खेल रहा था लेकिन खेलते-खेलते वह बोरवेल की तरफ चला गया और जैसे ही आर्यन की मां भागकर उसे रोकने बोरवेल की तरफ आई, इतने में देखते-देखते आर्यन बोरवेल में गिर चुका था।
जिला परिषद के सीओ नरेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि कल दोपहर बाद बच्चे के बोरवेल में गिरने की खबर मिलने के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। वही सीओ ने कहा कि बच्चे पर कैमरे से लगातार नजर रखी जा रही है। सीओ का कहना है कि रेस्क्यू के लिए टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं लेकिन बच्चा बीच में फंसा हुआ है और उसके नीचे पानी है, इसलिए रेस्क्यू टीमों ने बच्चे के नीचे जाल लगाया है ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके। सीओ का कहना है कि एनडीआरएफ की टीमें लगातार लगी हुई हैं और बच्चे को जल्द से जल्द बाहर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।