सवाई माधोपुर जिले के सुरवाल बांध की ऊंचाई और भराव क्षमता को सरकार ने 11 फीट से बढ़ाकर 16 फीट कर दिया है। इससे आसपास के गांवों के खेत डूबने लगे हैं और फसलों का भारी नुकसान हो रहा है। किसानों का आरोप है कि सरकार ने न तो मुआवजा दिया और न ही कोई सलाह-मशविरा किया।
सोमवार को घुड़ासी गांव में एक बड़ी महापंचायत हुई, जिसमें किसानों ने ऐलान किया कि अब वे किसी भी नेता के बहकावे में नहीं आएंगे।
महापंचायत में किसानों ने स्थानीय नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेता जनता की बजाय सरकार का साथ दे रहे हैं। एक किसान नेता ने चुनौती दी कि अगर सच में नेता किसानों के साथ हैं तो सरकार से लिखित में लेकर आएं कि बांध की भराव क्षमता वापस घटाई जाएगी।
किसानों ने चेतावनी दी कि अगर भराव क्षमता को वापस 11 फीट नहीं किया गया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि यह आंदोलन आर-पार का होगा और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे पीछे नहीं हटेंगे।
किसानों को डर है कि अगर वे अभी आवाज़ नहीं उठाएंगे, तो आने वाले समय में उनकी सारी ज़मीन बांध के डूब क्षेत्र में चली जाएगी और उनका भविष्य अंधकार में डूब जाएगा।