मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान (एमएसआरए) के तहत राज्यभर में बच्चों की शैक्षिक प्रगति के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित धाराप्रवाह आकलन किया गया। इस आकलन से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर पढ़ने में कठिनाई महसूस कर रहे विद्यार्थियों के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसी क्रम में आगामी “प्रखर राजस्थान कार्यक्रम 2.0” का संचालन प्रदेश में 5 सितम्बर 2025 से किया जाएगा।
इस कार्यक्रम की कार्ययोजना में शिक्षकों के अकादमिक सहयोग को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से एबीएल किट (एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग किट) के उपयोग पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन सोमवार को डॉ. राधाकृष्णन शिक्षा संकुल, जयपुर में किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अनुपमा जोरवाल ने कार्यक्रम को संबोधित किया ।
कार्यशाला में प्रदेशभर से चयनित 50 से अधिक नवाचारी एवं विषय विशेषज्ञ शिक्षकों तथा राज्य संदर्भ व्यक्तियों ने भाग लिया। इसमें शिक्षकों को एबीएल किट के प्रभावी उपयोग से संबंधित शॉर्ट वीडियो निर्माण की कार्ययोजना और पूर्व तैयारियों पर चर्चा की गई। इन वीडियो का मुख्य उद्देश्य आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता (एफएलएन) आधारित कौशलों के विकास में शिक्षकों को कक्षा शिक्षण के दौरान सहयोग प्रदान करना है।
प्रशिक्षण सत्र को विभाग की उपायुक्त डॉ. ओमप्रभा ने संबोधित किया। सत्र के दौरान शिक्षकों को वीडियो निर्माण की तकनीकियों की जानकारी दी गई और सैंपल वीडियो दिखाकर एबीएल किट की गतिविधियों के उपयोग की विधियों को विस्तार से समझाया गया। कार्यशाला में गुणवत्ता एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ समग्र शिक्षा, आरएससीईआरटी उदयपुर, ईटी सेल अजमेर, यूनिसेफ, बीसीजी संस्था, रूम टू रीड एवं एलएलएफ के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।