जयपुर (संदीप अग्रवाल): लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए प्रचार-प्रसार थम चुका है. 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है. अब उम्मीदवार डोर टू डोर अभियान कर रहे हैं. राजस्थान में पहले चरण में 12 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान किया जाएगा. राजस्थान में पहले चरण में गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अलवर, भरतपुर, करौली धौलपुर, दौसा और नागौर इन 12 सीटों पर मतदान होना है. राजस्थान में लोकतंत्र के महापर्व यानी लोकसभा के आम चुनाव आज हो रहे है। ऐसे में राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में होने है। पहले चरण में राजस्थान की 12 सीटों पर चुनाव हो रहा है। प्रथम चरण की सीटों की बात करे तो गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अलवर, भरतपुर, करौली धौलपुर, दौसा और नागौर है। हालांकि पिछले दस सालों से लोकसभा चुनाव में बीजेपी कांग्रेस या अन्य दूसरी पार्टियों पर भारी रही है। किंतु इस बार कई सीटों पर बीजेपी के सामने कांग्रेस चुनौती का काम करेगी। प्रदेश की सबसे हॉट सीट की बात करे तो चूरू सीट पर मुकाबला जबरदस्त होगा। यहां पर बीजेपी ने जहां पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझडीयां को उम्मीदवार बना कर जाट वोट पर दांव खेला है तो वहीं पर कांग्रेस ने भी सांसद राहुल कस्वां पर बाजी मारी है। ऐसे में अब दोनो ही पार्टियां जाट वोट बैंक को साधने के लिए तैयार है। यहां पर हम जानेंगे कि राजस्थान में 12 सीटों पर होने वाले चुनाव में कौन किसके सामने चुनाव लड़ रहा है
गंगानगर लोकसभा सीट के लिए भाजपा से प्रियंका बैलान और कांग्रेस से कुलदीप इंदौरा चुनाव मैदान में हं. प्रियंका ने वर्तमान में अनूपगढ नगर परिषद की सभापति हैं, जबकि कुलदीप इंदौरा गंगानगर के जिला प्रमुख हैं. दोनों में से लोकसभा कौन जाएगा, यह कल तय हो जाएगा. गंगानगर में कुल 2102002 मतदाता हैं. सर्विस वोटर की कुल संख्या 1966 है।
इस सीट पर साल 2014 के बाद साल 2019 के लोकसभा चुनावों में निहाल चंद मेघवाल ने 8,97,177 वोट पाकर करीब चार लाख वोटों से विजय हासिल की थी.जबकि कांग्रेस के भरत राम मेघवाल को 4,90,199 वोट मिले थे. वहीं सीपीआई के रेवथराम नायक को 18,309 वोट मिले थे.
बीकानेर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी की ओर से चौथी बार केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और कांग्रेस की तरफ से गोविंद राम मेघवाल प्रत्याशी हैं. बहुजन समाज पार्टी ने भी खेत राम मेघवाल को यहां से टिकट दिया है. कुल 2048399 मतदाता हैं, जो बीकानेर का भावी सांसद चुनेंगे. यहां 2349 सर्विस वोटर भी हैं. एक सीट पर तीन-तीन प्रत्याशी मेघवाल समाज से आने के चलते बीकानेर लोकसभा सीट का मुकाबला और भी रोचक हो गया है.
2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल ने अपनी जीत को बरकरार रखते हुए 6,57,743 वोट हासिल किए. जबकि कांग्रेस के मदन गोपाल मेघवाल 3,93,662 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और नोटा के बटन को 13,510 मतदाताओं ने दबाया. 2019 में बीकानेर लोकसभा सीट पर 59% वोटिंग हुई थी.
चुरू लोकसभा सीट से बीजेपी ने तीन बार के पैरालंपियन देवेंद्र झाझड़िया और कांग्रेस ने बीजेपी से दो बार के सांसद रहे राहुल कस्वां को प्रत्याशी बनाया है. राहुल कस्वां भाजपा से टिकट कटने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे. चूरू सीट पर हमेशा से ही जाटों का दबदबा रहा है. हर बार जीत यहां जाट नेता की हुई है. यहां कुल वोटर्स की संख्या 21,94,155 है, जिसमें 11,47,216 पुरुष वोटर्स और 10,46,939 महिला वोटर्स हैं.
यहां 2019 के चुनाव में यहां से भाजपा को जीत मिली थी. बीजेपी के राहुल कस्वां को 7,92,999 वोट मिले थे. कांग्रेस के रफीक मंडेलिया को 4,58,597 वोट मिले, सीपीआई (एम) के बलवान पूनिया को 25,090 वोट मिले थे.
झुंझुनूं लोकसभा सीट के लिए बीजेपी की ओर से पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी प्रत्याशी हैं, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक बृजेंद्र ओला को प्रत्याशी बनाया है. दोनों के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है. झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र में कुल 2068540 मतदाता हैं, जो झुंझुनू का भावी सांसद तय करेंगे. झुंझुनूं में सर्विस वोटर की कुल संख्या 29192 है.
2019 के लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी को जीत मिली थी. पिछले चुनाव में बीजेपी के नरेंद्र कुमार को 7,38,163 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस के श्रवण कुमार को 4,35,616 वोट, नोटा को लोगों ने 8,497 वोट दिए थे.
सीकर लोकसभा सीट के लिए भाजपा ने फिर से मौजूदा सांसद सुमेधानंद सरस्वती को रिपीट किया है. वह तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस ने खुद का प्रत्याशी उतारने के बजाय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से गठबंधन किया. माकपा ने कामरेड कामरेड अमराराम को चुनाव मैदान में उतारा है. सीकर लोकसभा क्षेत्र में कुल 22,14,900 मतदाता हैं. सर्विस वोटर की संख्या 17434 है.
यहां 2019 के चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी. पिछले चुनाव में बीजेपी के स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को 7,72,104 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस के सुभाष महरिया को 4,74,948 वोट, सीपीआई (एम) के कामरेड अमरा राम को 31,462 वोट मिले थे.
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के लिए बीजेपी ने पूर्व मंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे राव राजेंद्र सिंह चुनाव मैदान में हैं. उधर कांग्रेस ने एक युवा नेता अनिल चोपड़ा को प्रत्याशी बनाया है. दोनों के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है. जयपुर ग्रामीण में कुल 2184978 मतदाता हैं, जो इन प्रत्याशियों का भविष्य तय करेंगे.
यहां 2019 के चुनव में बीजेपी के कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ 8,20,132 वोट मिले थे और उनकी जीत हुई थी. जबकि कांग्रेस की कृष्णा पूनिया को 4,26,961 वोट, नोटा को 9,351 वोट और बसपा के वीरेंद्र सिंह बिधूड़ी को 7,976 वोट मिले थे.
जयपुर शहर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी ने मंजू शर्मा को प्रत्याशी बनाया. मंजू शर्मा बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और कई बार विधायक रहे दिवंगत भंवरलाल शर्मा की बेटी हैं. उधर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को चुनाव मैदान में उतारा है. जयपुर शहर में कुल 2287350 मतदाता हैं, जो प्रत्याशियों का भाग्य तय करेंगे. यहां सर्विस वोटर्स की कुल संख्या 1443 है.
2019 के चुनाव में यहां से बीजेपी को जीत मिली थी. बीजेपी के रामचरण बोहरा 9,24,065 वोट मिले थे. डबकि कांग्रेस की ज्योति खंडेलवाल को 4,93,439 वोट, बसपा की उमराव सालोदिया को 7,867 वोट मिले थे.
अलवर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने एक युवा चेहरे ललित यादव को चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव मुंडावर से मौजूदा विधायक हैं. अलवर लोकसभा क्षेत्र में कुल 2059888 मतदाता हैं, जो अपनी सांसद चुनेंगे.
2019 लोकसभा चुनाव में अलवर सीट से बीजेपी के प्रत्याशी बालक नाथ ने 7,60,201 वोटों के साथ जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था. भंवर जितेंद्र सिंह को 4,30,230 मिले, वही बीएसपी के उम्मीदवार इमरान खान को 56,649 वोट मिले थे.
भरतपुर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी की ओर से पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली चुनाव मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने अलवर जिले की कठूमर विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी युवा महिला नेता संजना जाटव को प्रत्याशी बनाया है. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 2114916 मतदाता हैं, जबकि सर्विस वोटर की संख्या 10055 हैं.
2019 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रंजीता कोली को यहां से जीत हासिल हुई थी, उन्हें यहां 707992 वोट हासिल हुए थे. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत कुमार जाटव दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 389593 वोट मिले थे.
करौली धौलपुर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी ने एक साधारण कार्यकर्ता इंदु देवी जाटव को प्रत्याशी बनाया है. उधर कांग्रेस से पूर्व मंत्री भजनलाल जाटव चुनाव मैदान में हैं. करौली धौलपुर में कुल 19,75,352 मतदाता हैं, जो कल प्रत्याशियों की किस्मत तय करेंगे. यहां सर्विस वोटर की कुल संख्या 4830 है.
लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के मनोज राजोरिया ने जीत दर्ज की, उन्हें 5,26,443 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस के संजय कुमार जाटव 4,28,761 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही और बसपा के रामकुमार 25,718 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
दौसा लोकसभा सीट के लिए बीजेपी की ओर से बस्सी के पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा चुनाव मैदान में हैं. उधर कांग्रेस ने मौजूदा विधायक मुरारी लाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है. दौसा लोकसभा क्षेत्र में कुल 1899304 मतदाता हैं. दौसा में सर्विस वोटर की संख्या 4216 है.
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी उम्मीदवार जसकौर मीणा ने कांग्रेस उम्मीदवार सविता मीणा को 78 हजार वोटों से हराया. बीजेपी उम्मीदवार को 5 लाख 48 हजार 733 वोट मिले, जबकि कांग्रेस की उम्मीदवार को 4 लाख 70 हजार 289 वोट मिले थे. बीएसपी उम्मीदवार द्वारका प्रसाद महेश्वरा को 13 हजार 394 वोट मिले थे.
नागौर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी ने डॉ. ज्योति मिर्धा को मैदान में उतारा है जो पूर्व में कांग्रेस के टिकट पर सांसद रह चुकी हैं. उधर कांग्रेस ने अपना कोई प्रत्याशी उतारने के बजाय हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के साथ गठबंधन किया है. अब बेनीवाल और ज्योति के बीच कांटे की टक्कर है. नागौर लोकसभा क्षेत्र में कुल 21,46,725 मतदाता है. यहां सर्विस वोटर की संख्या 8777 है.
यहां 2019 के चुनाव में आरएलपी के हनुमान बेनीवाल को 6,60,051 वोट मिले थे और उनकी जीत हुई थी. जबकि कांग्रेस की ज्योति मिर्धा को 4,78,791 वोट और नोटा को जनता ने 13,049 वोट दिए थे.