जैसी जीवन शैली वैसी होगी काया और अब जो जीवन शैली चल रही है वो किसी को भी बीमार कर सकती हैं। हर तरह की बीमारी हर उम्र के लोगों को जकड़ रही है। हार्ट डिजीज का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।
हर उम्र के लोग तेजी से हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट और अन्य दिल से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी की WHO की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में हर साल हार्ट डिजीज की वजह से करीब 1.79 करोड़ लोगों को मौत हो जाती है। दिल से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। भारत में भी दिल की सेहत एक गंभीर चिंता का विषय है। पिछले कुछ सालों में तमाम सेलिब्रिटी समेत तमाम लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की वजह से मौत का शिकार हो चुके हैं।
आज सेहतनामा में जानेंगे कि हार्ट डिजीज का खतरा किन वजहों से बढ़ रहा है और इससे किस तरह बचाव किया जा सकता है।
40 वर्ष से कम उम्र के 25% भारतीयों को दिल का दौरा पड़ने या दिल से जुड़ी अन्य गंभीर बीमारी होने का खतरा अधिक होता है। 40 से 50 वर्ष की उम्र के लोगों के लिए यह जोखिम 50% तक बढ़ जाता है। अगर हम एक्टिव हैं, संतुलित आहार लेते हैं, धूम्रपान और शराब छोड़ देते हैं और तनाव को कंट्रोल रखने के तरीके अपनाते हैं तो अचानक हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट से बचा जा सकता है।
युवा लोगों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ने का एक प्रमुख कारण लंबे समय तक काम करना, कम नींद और रिलेशनशिप से जुड़े मुद्दे हैं। यही तनाव और हृदय रोग का कारण बनते हैं। अगर किसी की हृदय रोग से जुड़ी फैमिली हिस्ट्री है, तो उसे कार्डियोलॉजिस्ट से मिलकर जांच करवानी चाहिए।
हार्ट हेल्दी रखने के लिए हम कुछ टिप्स भी अपना सकते है…
1. अगर किसी व्यक्ति को स्मोकिंग करने या ज्यादा शराब पीने की आदत है, तो तुरंत छोड़ देना चाहिए। इन चीजों का सेवन करने से दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
2. शरीर के वजन को मेंटेन करना भी जरूरी है। किसी भी प्रकार की हल्की एक्सरसाइज करने से दिल से जुड़ी बीमारियों को कम करने में मदद मिल सकती है।
3. दिल की बीमारियां अक्सर तनाव के कारण भी होती हैं, इसलिए जिंदगी के प्रति एक अच्छी सोच रखनी चाहिए। अगर आप तनावमुक्त जीवन जिएंगे, तो हार्ट हेल्दी रहेगा और बीमारियों का खतरा कम हो जाएगा।
4. स्वस्थ दिल के लिए बैलेंस डाइट लें। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और नमक की मात्रा संतुलित होनी चाहिए। ज्यादा नमक वाला खाना ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, जो आगे चलकर दिल की बीमारियां पैदा करता है।
दिल की बीमारियों से बचने के लिए सभी को प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप कराते रहना चाहिए, ये बेहद जरूरी है। इससे आप आने वाले खतरे से बचा जा सकता है और सही समय पर सही निर्णय लेकर बड़े नुकसान से बच सकते हैं। खासतौर पर 20 की उम्र में युवाओं को ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर टेस्ट जरूर कराना चाहिए। यदि इन टेस्ट में कुछ कमी नजर आती है, तो तुरंत कंसल्टेड डॉक्टर को दिखाएं। जिनकी फैमिली में हार्ट अटैक की हिस्ट्री है, उन्हें डॉक्टर से बात करके एडवांस्ड टेस्ट कराने चाहिए।
जिन्हें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है, उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इसके अलावा यदि आपको चलने-फिरने, सीढ़ियां आदि चढ़ने में सांस लेने में परेशानी का अनुभव होता है या फिर चेस्ट, बाएं हाथ में दर्द महसूस होता है तो ये अलार्मिंग है और आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इसे इग्नोर करना बहुत भारी पड़ सकता है।
जो लोग प्रतिदिन 7-8 घंटे की अच्छी नींद पूरी करते हैं, तो उन्हें हार्ट डिजीज के अलावा ज्यादा वजन और हाई ब्लड प्रेशर समेत कई परेशानियों को कंट्रोल करने में आसानी होती है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग पर्याप्त मात्रा में नींद लें। सिर्फ नींद के घंटे ही नहीं, बल्कि उसकी क्वालिटी भी सेहत पर काफी असर डालती है।