दुनिया में जब भारत का नाम लिया जाता है तो विविधताओं से भरा हुआ एक ऐसा देश नजर आता है जहां सदियों से कई परंपरा चली आ रही है, सतरंगी रंगों से भरा देश भारत में आज भी कई ऐसी परम्पराएं हैं जिन पर कई सवाल तो खड़े होते हैं,लेकिन सदियों से चले आने की वजह से इनको बदलना थोड़ा मुश्किल ही नजर आता है, कुछ ऐसी ही परम्पराएं हैं जो आज भी बहस का विषय हैं, ऐसी ही एक परंपरा है राजस्थान के एक जिले जैसलमेर के एक गांव की जहां हर पुरुष दो महिलाओं से शादी करते हैं
भारत में ऐसे तो अनोखी परम्पराये चलती आ रही है और कई परम्पराएं आज के समय के साथ ख़त्म कर दी गई, लेकिन कई ऐसे समुदाय हैं जो समय के साथ आए बदलावों से दूर ही रहना पसंद करते हैं. ये लोग आज भी सदियों पुराने रिवाजों के बंधन में जकड़े हुए हैं. ऐसी ही लोग हैं राजस्थान के जैसलमेर के रामदेयो गांव के जहा एक अनोखी परम्परा आज भी चली आ रही, हां लेकिन वो "शोक नहीं मज़बूरी" है
हिंदु समाज में वैसे तो एक शादी करना ही मान्य है, लेकिन आज भी कई ऐसी परम्पराएं सदियों से चली आ रही है जो बहस का विषय है, राजस्थान के जैसलमेर में एक ऐसी कहानी है जो हर किसी को चौकाती है, जैसलमेर जिले के एक गांव में हर पुरुष दो शादी करते हैं. इस गांव का नाम है रामदेयो की बस्ती.... यहां हर पुरुष के पास दो पत्नियां हैं. यह बात भले ही चौंकाने वाली है पर सच है. राजस्थान के इस गांव में दूसरी शादी करने की वजह दशकों से चली आ रही है एक अलग तरह की परंपरा है. जिसका सीधा का कनेक्शन बच्चे के जन्म से है,हालांकि, अब इस गांव के युवा इस रिवाज का विरोध करने लगे हैं. कई युवाओं का कहना है कि पुरुष ने अपने फायदे के लिए ये रिवाज शुरू किया
जैसलमेर के रामदेयो गांव में हर पुरुष दो शादियां करता है. इसके पीछे की कहानी बड़ी लम्बी है, जो जानना बहुत आवश्यक है, कहा जाता है कि जो भी पुरुष इस गांव में एक शादी करता है, उसकी पत्नी कभी गर्भवति नहीं होती. अगर पहली पत्नि गर्भवती भी होती है तो वो हमेशा बेटी को ही जन्म देती है, ऐसे में अपना वंश चलाने के लिए हर पुरुष को दूसरी शादी करनी ही पड़ती है. लोगों का कहना है कि दूसरी शादी करने पर सब के बेटे ही पैदा होते हैं.
जहां भारत में एक शादी ही मान्य है, वहीं इस गांव में हर मर्द दो शादियां करता है,आमतौर पर देखा जाये तो महिलाएं अपनी सौतन को बर्दाश्त नहीं कर पाती. जैसे ही किसी महिला को अपने पत्नी के अन्य अफेयर या रिश्ते के बारे में पता चलता है, वो बर्दाश्त नहीं कर पाती है. लेकिन इस गांव में ऐसा कुछ नहीं होता.जहा पहली पत्नी ही शादी की सारी तैयारियां करती है अपने हाथ से वो अपनी सौतन को घर के अंदर लाती है, इसके बाद जिंदगीभर दोनों सौतन बहनों की तरह रहती है