फलक पे चाँद-सितारे टंगे हैं सदियों से
फलक पे चाँद-सितारे टंगे हैं सदियों से
मैं चाहता हूं जमीन पर इन्हें उतारे कोई
मैं चाहता हूं जमीन पर इन्हें उतारे कोई
ये अल्फ़ाज़ ख्वाबों में बोले गए शायर मदन मोहन दानिश जी के द्वारा। और कल हमारा ये ख्वाब पूरा हो गया जब हमारा चंद्रयान-3 चांद पर सुरक्षित लैंड हो गया।
चंद्रयान-2 की असफलता से निराश हुए हमारे वैज्ञानिकों ने हार नहीं मानते हुए आखिरकार कल अपने तय समय से दो मिनट पहले ही चाँद पर चंद्रयान 3 के पैर गड़ा कर इतिहास रच दिया और चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना। जिसके बाद से दुनियाभर से बधाई और तारीफों के संदेश आने लगे। पुरे देश में दिवाली जैसा माहौल हो गया और पटाखे छूटने लगे।
इन सब के बीच अब दुनियाभर की स्पेस एजेंसीज भारत के इसरो की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं। हम एक-एक कर जानते हैं कि किस स्पेस एजेंसी ने चंद्रयान - 3 की इस सफलता पर क्या-क्या बोली।
अमेरिका की नासा एजेंसी के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा, "चाँद के साउथ पोल पर चंद्रयान - 3 के सफलतापूर्वक उतरने पर इसरो को बधाई। इसी के साथ चाँद पर स्पेसक्राफ्ट की सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा सफल देश बन गया है। उसके इस अभियान में सहभागी बनकर हम खुश हैं।"
रूस की स्पेस एजेंसी रोस्को स्मोस ने कहा, "चंद्रयान - 3 अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग पर भारतीय सहयोगियों को बधाई देती है। चांद पर खोज समस्त मानव जाति के लिए अहम है। भविष्य में यह गहरे अंतरिक्ष शोध के लिए मंच बन सकता है।" वहीं यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने चंद्रयान - 3 की सफलता पर कहा, "अतुलनीय ! इस तरह किसी दूसरे ग्रह पर भारत की नई प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करना और पहली सॉफ्ट लैंडिंग का तरीका शानदार है। इस प्रक्रिया को हमारा समर्थन। इस सफलता ने बड़ी सीख दी है। ये अहम विशेषज्ञता प्रदान कर रही है।"
इन सब के बाद यूके स्पेस एजेंसी ने भारत की इस सफलता पर कहा कि "आपके मिशन ने इतिहास रच दिया है। इसके लिए इसरो और भारत को बधाइयां। भारतीय मिशन की सफलता संभावनाओं के नए द्वार खोलने जा रही है।"
भारत कल की इस सफलता से अंतरिक्ष में अगले अध्याय की ओर आगे बढ़ चूका है।