उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। चलती ट्रेन पर महिला कांस्टेबल से छेड़खानी करने और जानलेवा हमला करने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। आरोपी अनीस को पुलिस और STF ने एनकाउंटर में मार गिराया है। इस एनकाउंटर में अनीस के दो साथी आजाद और विशंभर दयाल भी घायल हुए हैं।
उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दे कि तीनों आरोपियों ने ट्रेन में महिला कॉन्स्टेबल से छेड़खानी की थी और महिला कॉन्स्टेबल के विरोध करने पर आरोपियों ने महिला कॉन्स्टेबल पर जानलेवा किया था।
चलिए बताते है आपको, क्या है पूरा मामला, कैसे हुआ आरोपी एनकाउंटर में ढेर...
दरअसल, 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस में सीट के नीचे महिला कॉन्स्टेबल लहूलुहान हालत में पाई गई थी। उनके कपड़े अस्त-व्यस्त थे और नाक व सिर से खून रिस रहा था। आनन-फानन उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के चलते लखनऊ केजीएमयू रेफ़र कर दिया गया।
जैसे ही ये खबर फैली बवाल मच गया। महिला कॉन्स्टेबल संग हुई इस बर्बर वारदात ने पूरे उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी मामले का स्वतः संज्ञान लेकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। इस मामले में हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने 3 सितंबर की रात को अपने घर पर एक विशेष अदालत बिठाई और ट्रेन में महिला कॉन्स्टेबल के साथ हुई दरिंदगी को लेकर राज्य सरकार और रेलवे को नोटिस जारी कर दिया।
महिला कॉन्स्टेबल के होश में आने पर उसने अफसरों को हमले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उस पर 2 से 3 लोगों ने हमला किया था । फिलहाल महिला कॉन्स्टेबल का इलाज केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। इसी के आधार पर पुलिस और STF की टीम ने मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन में CCTV में एक साथ नजर आ रहे दो संदिग्धों को चिन्हित किया था।
साथ ही आरोपियों की जानकारी देने पर एक लाख रुपये के ईनाम की घोषणा की। आपको बता दे कि STF को आरोपियों के बारे में इनपुट मिला था कि वो इनायतनगर में छिपे हुए हैं। घेराबंदी होने पर आरोपियों अनीस, विशंभर और आजाद ने पुलिसवालों पर गोली चला दी।
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें विशंभर और आजाद घायल हो गए, जबकि अनीस भागने में कामयाब हो गया। इसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके की नाकाबंदी की और अनीस को पूराकलंदर इलाके में घेर लिया। इस दौरान पुलिस ने उससे सरेंडर करने के लिए कहा, मगर अनीस ने पुलिस टीम पर गोली चला दी। जवाब में जब पुलिस ने फायरिंग की तो अनीस घायल हो गया।
बाद में अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। वही आपको बता दे कि इस मुठभेड़ में थानाध्यक्ष पूराकलंदर रतन शर्मा और दो सिपाही भी घायल हुए हैं।