ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में लगातार सांसदों को सदन से निलंबित किया जा रहा है। संसद में हुई चुक के मामले में अभी तक कुल 141 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया है। 13 दिसंबर को 22 साल बाद एक बार फिर संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई और नई संसद की बिल्डिंग में लोकसभा की विजिटर्स गैलरी से दो शख्स सदन में कूद गए थे। इसी बीच उन्होंने अपने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने गया था.इस दौरान पूरे सदन में भगदड़ मच गई थी।
जिस संसद की कार्यवाही को आप टीवी में देखते हैं जिस संसद में आप पक्ष और विपक्ष के बीच बहस होते हुए देखते है। उसके लिए नियमों की पूरी एक किताब होती है। इस दौरान सदन की कार्यवाही को बुक के रूल जरिए चलाया जाता है। रूल 373 के तहत यदि लोकसभा स्पीकर को ऐसा लगता है कि कोई सांसद लगातार सदन की कार्रवाई बाधित कर रहा है तो स्पीकर उसे सदन से बाकी बचे हुए पूरे सेशन के लिए सस्पेंड कर सकता है। विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में नारेबाजी की “भाजपा जवाब दो” सदन से भागना बंद करो। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सांसदों के निलंबन को लोकतंत्र पर हमला बताया है। उन्होंने कहा- पहले घुसपैठियों ने संसद पर हमला किया और अब मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है।