जयपुर— देशभर में कोरोना के मामलों में लगातार बढोतरी देखने को मिल रही है। बीते दिन जहां जैसलमेर में कोरोना के दो पॉजिटिव मरीज सामने आए थे तो वहीं अब जयपुर में भी दो पॉजिटिव मिलने के बाद चिकित्सा विभाग में हडकंप मच गया है। बताया जा रहा है कि एक मरीज जयपुर के सवाईमान सिंह अस्पताल से सामने आया है जो भरतपुर का रहने वाला है जबकि दूसरा मरीज जेके लोन अस्पताल में पॉजिटिव पाया गया है। यह मरीज झुंझुनूं जिले का रहने वाला है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में चार पॉजिटिव मामले सामने आ चुके है। चिकित्सा विभाग का कहना है कि फिलहाल मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है और उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए है। हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि कोविड का नया सब वैरिएंट सॉर्स कॉव-2 जेएन-1 खतरनाक नहीं है। इस सब वैरिएंट से पॉजिटिव हुए करीब 90 प्रतिशत रोगियों को अस्पताल में भर्ती किए जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। घर पर ही आइसोलेशन में रहते हुए सामान्य उपचार से इसके रोगी ठीक हो रहे हैं।
चिकित्सा विभाग ने निर्देश देते हुए कहा है कि सॉर्स कॉव-2 जेएन.1 सब वैरिएंट से खतरा नहीं होने के बावजूद प्रदेश में एहतियात के तौर पर कोविड प्रबंधन से जुड़ी सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने प्रदेश के राजकीय अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी जांच, दवा, बैड, ऑक्सीजन सहित अन्य चिकित्सा सुविधाओं को परखने के लिए 26 दिसम्बर को पुनः मॉक ड्रिल किए जाने के निर्देश दिए। विभाग ने निर्देश देते हुए कहा है कि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों से लेकर जिला अस्पतालों एवं सीएचसी-पीएचसी तक आवश्यकता के अनुसार जांच किट, दवा, ऑक्सीजन आदि चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कोविड प्रबंधन को लेकर जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव एवं तैयारियों आदि के लिए भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुरूप प्रदेश में भी एडवाइजरी जारी की जाए, ताकि आमजन जागरूक रहें और चिकित्सा संस्थान अलर्ट मोड में रहें। उन्होंने कहा कि आईएलआई एवं श्वसन रोगों से पीड़ित गंभीर रोगियों की सतत निगरानी की जाए तथा आवश्यकतानुसार जांच हेतु नमूने लिए जाएं। साथ ही, रोगियों की सूचना प्रतिदिन आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड की जाए।