द नगरी न्यूज़ डेस्क : बांग्लादेश में सरकारी नौकरीयों में आरक्षण बहाली को लेकर विरोध प्रर्दशन जारी है । वही अब तक विरोध प्रर्दशन के दौरान 115 लोग मारे गए। वही सरकार ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है।हिंसा काबू करने के लिए सेना को तैनात किया गया है। इसके साथ हीप्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दे दिया गया है।
बांग्लादेश में सरकारी नौकरीयों में आरक्षण बहाली को लेकर विरोध प्रर्दशन को देखते हुए प्रधानमंत्री शेख हसीना ने विदेश दौरा रद्द कर दिया।वे 21 जुलाई को स्पेन और ब्राजील के दौरे पर जाने वाली थीं। वही प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार ने देश की स्थिति के कारण रविवार और सोमवार को “सार्वजनिक अवकाश” घोषित किया है तथा केवल आपातकालीन सेवाओं को ही संचालित करने की अनुमति दी गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अपनी मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पड़ोसी देश में रह रहे 15000 भारतीय सुरक्षित हैं, जिनमें 8500 के करीब छात्र हैं. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है. ढाका में भारतीय उच्चायोग देश लौटने के इच्छुक भारतीय छात्रों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है. शनिवार तक 978 छात्रों सहित 1000 से अधिक भारतीय एयर रूट और लैंड बॉर्डर के जरिए बांग्लादेश से लौट आए हैं। ढाका यूनिवर्सिटी को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया है। छात्रों को बुधवार तक हॉस्टल खाली करने को कहा गया है।
बांग्लादेश सन 1971 को आजाद हुआ था। इसमें स्वतंत्रता सेनानियों के बच्चों को नौकरी में 30%, पिछड़े जिलों के लिए 40%, महिलाओं के लिए 10% आरक्षण दिया गया। सामान्य छात्रों के लिए सिर्फ 20% सीटें रखी गईं। 2018 में 4 महीने तक हसीना सरकार ने कोटा सिस्टम खत्म कर दिया था। लेकिन 5 जून को कोर्ट ने फिर आरक्षण लागु करने का आदेश दिया है । हसीना सरकार ने हाई कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ में सुप्रीम कोर्ट मे अपील की है जिसकी सुनवाई 7 अगस्त को है।