चार साल, चार महीने और पांच दिन के बाद भारतीय टीम इतिहास को बदलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जहां उसे वर्ल्डकप के सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूज़ीलैंड से हार का सामना करना पड़ा था।
10 जुलाई 2019 को हुए भारत-न्यूज़ीलैंड सेमीफाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी के रन आउट होने के साथ ही वर्ल्डकप जीतने की सारी उम्मीदें खत्म हो गई थी। आज चार साल बाद फिर से वर्ल्डकप के सेमीफाइनल मुकाबले में आमने-सामने है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार भारत अपनी हार का बदला ले और इतिहास को दोहराने से बचे।
यदि हम ICC टूर्नामेंट्स के नॉकआउट मुकाबलों की बात करें तो पिछले 10 सालों में 86% मौकों पर हार का सामना करना पड़ा है। जिसके लिए कहा जा रहा है कि ये रिकॉर्ड आज के वर्ल्डकप सेमीफाइनल मैच के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।