द नगरी न्यूज़ डेस्क (दीपेंद्र कुमावत)। देशभर में लोकसभा चुनाव के सात चरणों में हुए मतदान 1 जून को सम्पन्न हो गए और इसी के साथ लोकसभा चुनाव का काउंटडाउन भी ख़त्म हो गया, लेकिन अब सभी को 4 जून मतगणना का इंतजार है, लेकिन इस बीच मतगणना से पहले भारत चुनाव आयोग देश के चुनावी इतिहास में पहली बार चुनाव ने नतीजों से पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने कहा कि हमने देश के सबसे बड़े लोकतंत्र में तीन महीने लम्बे कार्यक्रम के दौरान चुनाव करवा कर इतिहास रच दिया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी मतदान प्रक्रिया में 68,000 से अधिक निगरानी दल, डेढ़ करोड़ से अधिक सुरक्षा कर्मी शामिल रहे. निर्वाचन आयुक्तों को सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा ‘लापता जेंटलमेन' नाम दिए जाने के संदर्भ में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि ‘‘हम हमेशा यहीं थे, कभी नदारद नहीं रहे, कुमार ने कहा कि अब मीम बनाने वाले कह सकते हैं कि ‘लापता जेंटलमैन' वापस आ गए हैं।
कुमार ने कहा कि, आदर्श आचार संहिता लागू होने के दौरान सभी विकास कार्य रुक जाते थे, निर्वाचन आयोग ने 95-98 फीसदी परियोजनाओं में अर्जियां मिलने के 48 घंटे के भीतर अनुमति दी. निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए शीर्ष नेताओं को नोटिस जारी किया, कई के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज कीं और शीर्ष अधिकारियों का तबादला किया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि भारत ने लोकसभा चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ मतदाताओं की भागीदारी के साथ विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. राजीव कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी मतदान प्रक्रिया में 68,000 से अधिक निगरानी दल और डेढ़ करोड़ से अधिक सुरक्षा कर्मी शामिल रहे, कुमार ने कहा कि भारत ने इस साल लोकसभा चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ मतदाताओं की भागीदारी के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया।
राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए करीब चार लाख वाहनों, 135 विशेष ट्रेनों और 1,692 उड़ानों का इस्तेमाल किया गया.राजीव कुमार ने कहा कि 2024 के आम चुनाव में केवल 39 पुनर्मतदान हुए जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे, कुमार ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में चार दशकों में सबसे अधिक मतदान हुआ- कुल मिलाकर 58.58 प्रतिशत और घाटी में 51.05 प्रतिशत. राजीव कुमार ने कहा कि 2024 के चुनाव के दौरान नकदी, मुफ्त में बांटी जाने वाली वस्तुओं, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई, जबकि 2019 में 3,500 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी.